पब्लिक फर्स्ट। रूस। इंटरनेशनल डेस्क।
रूस के सुदूर पूर्वी इलाके कामचटका प्रायद्वीप में बुधवार सुबह भारतीय समय अनुसार 4:54 बजे भीषण भूकंप आया। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 8.8 मापी गई, जो इसे दुनिया के छठे सबसे शक्तिशाली भूकंपों में शामिल करता है। इसका केंद्र जमीन से मात्र 19.3 किलोमीटर नीचे था, जिससे इसकी तीव्रता और असर बेहद घातक रहा।
4 मीटर ऊंची सुनामी की लहरें, तटीय क्षेत्रों में तबाही
भूकंप के कुछ ही मिनटों बाद कामचटका तटवर्ती क्षेत्र में लगभग 4 मीटर तक ऊंची सुनामी लहरें उठीं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इन लहरों ने कई तटीय इमारतों, घरों और ढांचों को भारी नुकसान पहुंचाया। समुद्र तट के करीब बसे गांवों और शहरों में पानी भर गया, और कई सड़कें पूरी तरह से ध्वस्त हो गईं।
स्कूल और इमारतें क्षतिग्रस्त, लोगों में दहशत का माहौल
कामचटका के गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव ने बताया कि यह दशकों में सबसे शक्तिशाली भूकंप था। एक किंडरगार्टन स्कूल समेत कई सरकारी और आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचा है। कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति ठप हो गई है और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
राहत और बचाव कार्य शुरू, अलर्ट जारी
स्थानीय प्रशासन, आपातकालीन सेवाएं और सेना राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई हैं। रूस के आपदा प्रबंधन मंत्रालय ने तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को तुरंत ऊंचाई वाले इलाकों में जाने की सलाह दी है। तटवर्ती इलाकों में अभी भी सुनामी की दूसरी लहर की आशंका जताई जा रही है।
वैज्ञानिकों ने जताई और झटकों की संभावना
भूकंप वैज्ञानिकों के अनुसार, इस तीव्रता के भूकंप के बाद आफ्टरशॉक्स (अनुस्पंद झटके) आना आम बात है और ये भी नुकसानदेह हो सकते हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों से बचें और केवल सरकारी सूत्रों से जानकारी लें।
