पब्लिक फर्स्ट। पन्ना । अनूप शुक्ल ।
मॉनसून की दस्तक के साथ ही मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की ज़मीन एक बार फिर बेशकीमती खजाने उगलने लगी है। जुलाई 2025 के महीने में हीरा कार्यालय पन्ना में कुल 14 हीरे जमा कराए गए, जिनका कुल वजन 34 कैरेट 41 सेंट है।
इन हीरों में सबसे बड़ा हीरा 11.95 कैरेट का है, जिसकी कीमत 40 से 50 लाख रुपए तक आंकी जा रही है। वहीं, सबसे छोटा हीरा 37 सेंट का है। इन हीरों को स्थानीय खनिकों द्वारा पन्ना की पारंपरिक खदानों से निकाला गया है।
हीरा विशेषज्ञ अनुपम सिंह के अनुसार, लगातार कीमती हीरों के मिलने से स्थानीय निवासियों में उत्साह का वातावरण है। इससे न केवल खनिकों की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि पन्ना की अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी बल मिलेगा।
पन्ना की खदानें पहले भी कई बार करोड़ों के हीरे देने के लिए चर्चा में रही हैं। मॉनसून के मौसम में खदानों में जल भराव से मिट्टी मुलायम हो जाती है, जिससे खनन की प्रक्रिया तेज हो जाती है और हीरे मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
राज्य सरकार भी इस क्षेत्र में खनन नीति को लेकर सक्रिय है और स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने के प्रयास कर रही है।
