पब्लिक फर्स्ट। छिंदवाड़ा
मध्यप्रदेश में जैसे जैसे विधनसभा चुनाव नजदीक आ रहे है, वैसे ही प्रदेश की सियासत में राजनैतिक दलों के बीच जुबानी जंग और आरोप प्रत्यारोपों का सिलसिला अपने चरम पर है। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने गुरुवार को भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता लेते हुए जमकर PCC चीफ कमलनाथ और उनके सुपुत्र नकुल नाथ पर निशाना साधा। उन्होंने पत्रकारों से संवाद करते हुए कहा ये मेरा संकल्प अभियान है। आज यहां से मैं इसकी शुरुआत कर रहा हूँ।
अपने संबोधन के दौरान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया और जमकर ताने कसे, उन्होंने कहा जैसे एक समय ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के आक्रांताओं यानि अंग्रेजों ने भारत पर कब्जा कर लिया था। उसी तरह कांग्रेस नेता कमलनाथ और उनके बेटे और सांसद नकुल नाथ ने छिंदवाड़ा की राजनीति में अतिक्रमण किया है। जिसका परिणाम ये हुआ की आज तक स्थानीय नेतृत्व को सियासत में आने का मौका ही नहीं मिला है।
उन्होंने स्थानीय नेतृत्व को समाप्त करने का काम किया है। उनके पुत्र नकुलनाथ भी वही कर रहे है। मैं और बीजेपी परिवार वाद के विरोधी । तुष्टिकरण के विरोधी है। कांग्रेस का यही चरित्र है। उन्होंने कमलनाथ के हिन्दू होने पर भी सवाल खड़ा किया है। वे नकली हिन्दू है। छिंदवाड़ा में हिन्दू है। छिंदवाड़ा के बाहर नहीं। उन्होंने कहा आपने मुंझे मोटर साइकिल पर चले देखा। पैदल भी चलते देखा और जमीन पर भी सो सकता हैं। मैं नरसिहपुर से प्रत्यासी हूं। मैं छिंदवाड़ा की धरती पर पैदल चलकर भाजपा के लोए बोट मांगते देखेंगे।
अपने नोजवान भाई विवेक बंटी साहू के लिए प्रचार करने आया हूं। में जमीन में भी सो सकता हूँ और हवा में भी उड़ सकता हूँ। कमलनाथ या उनके बेटे ऐसा करके बताएं। इसलिए कांग्रेस को समाप्त करना है। यही आशीर्वाद जनता से चाहिए। कमलनाथ के मुख्यमंत्री चेहरे पर सवाल उठाते हुए कहा राजनैतिक इच्छा शक्ति है। लोकतंत्र में उनका विश्वास है। तो मेरे सवालों का जवाब दें । वो एक थका हुआ चेहरा है। थके हुए नेता है। वो 1 किमी पैदल चल नहीं सकते। वो नहीं चल सकते तो अपनी संतान को पैदल चला दें। कमलनाथ 6 साल से प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष है।
वो किसी एक जिले में बैठक लेने गए हो तो बताएं। वो 15 महीने मुख्यमंत्री रहे। सचिवालय से कभी बाहर ही नहीं निकले। वो किसी एक जिले में गए हो तो बताएं। हमारे उम्मीदवार से जो काम किया है उसे बेहतरीन तरीका मानता हूं। कमलनाथ किस वार्ड में कार्यकर्ता या नेता के नाते गए। ग्रामीण क्षेत्रों के बूथ का उन्हें नॉलेज नहीं। ये जो थका हुआ नेतत्व है। राजनीति में जोड़ तोड़ से चुनाव जीत जाना महत्वपूर्ण नहीं होता। ये कांग्रेस का आपा खोने का तरीका है। कांग्रेस किसी भी कीमत पर भाजपा का मुकाबला नहीं कर सकती। ये वही कमलनाथ है जिन्होंने कहा था 6 महीने पहले प्रत्यासी घोषित करेंगे, लेकिन 32 दिन पहले बमुश्किल घोषित कर पाएं।
इसके बाद मध्यप्रदेश में स्टीफे की जो झड़ी लगी वो किसी से छुपी नही। इसके बाद दो थके हुए नेताओं का संवाद हुआ वो पूरे राज्य ने देखा है। कमलनाथ खुद दिग्विजय से कह रहे है बच्चे के कपड़े फाड़ो। दिग्विजय कमलनाथ को अपने बटे को लेकर कह रहे है। ऐसे में कांग्रेस मन से एक नहीं कांग्रेस का हारना तय है। हम ऐसे लोगों पर विश्वास नहों करते जो आज इस पार्टी में कल उस पार्टी में। मेरा चुनावी दल बदल में भरोसा नहीं है। जो 6 महीने की बात कर रहे थे वो 32 दिन में सूची निकाल पाए।हमने सौ दिन पहले सूची निकाल दी। हमारी प्रक्रिया में कोई देरी नहीं है।
नामांकन 21 तारीख को शुरू होने है। भाजपा की सूची उसके पहले तैयार हो जाएगी। चौरई से भाजपा की टिकट धोषित नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा जो भी फैसला होगा अच्छा होगा। भाजपा से पहले कांग्रेस के बचन पत्र पर उन्होंने तंज कसा है। उन्होंने कहा झूठ की गारंटी है, लालच की गारंटी है भ्रम फैलाने की गारंटी है कांग्रेस का यही बचन पत्र है। हमारे यहां समय साथ नामांकन आएगा। तिथि तय होगी नामांकन भरे जाएंगे।
समिति तय करेगी उसके बाद घोषणा पत्र आएगा। मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर उन्होंने कहा अटकल बाजी से राजनीति नही होती। मैने पहले ही कहा है हमारी तुलना हमारे लोगों में आपस मे नहीं होना चाहिए। हमारी तुलना कमलनाथ से हो, दिग्विजय सिंह से होनी चाहिए। कांग्रेस में दूसरी पीढ़ी में नेतृत्व क्षमता नहीं है। हम लोग दूसरी पीढ़ी के नेता है। हमारे यहां तीसरी पीढ़ी भी तैयार है। ये अटकल बाजी नहीं होना चाहिए। ये भारतीय जनता पार्टी का फैसला अंतिम फैसला है।