पब्लिक फर्स्ट । छिंदवाड़ा । विजय ठाकरे
मध्यप्रदेश की सबसे हाईप्रोफाइल विधानसभा सीट छिंदवाड़ा में चुनाव से ठीक पहले भारी उठापटक नजर आ रही है, जिसे 42 साल से कमलनाथ का गढ़ कहा जाता है। यहां कोई भी कांग्रेस नेता हो या कार्यकर्ता, पार्टी के खिलाफ नही गया। इस बार के विधानसभा चुनाव में प्रदेश भर में बगावत के सुर देखने मिल रहे है। अब उस लहर की आंच छिंदवाड़ा तक पहुंच गई है। जिले की विधानसभा चौरई से कांग्रेस के युवा नेता नीरज बंटी पटेल ने कांगेस से टिकट मांगी थी।
कमलनाथ के गढ़ में फूटे बगावत के सुर
कांग्रेस पार्टी ने युवा नेता नीरज बंटी पटेल को नहीं बल्कि सुजीत चौधरी को प्रत्यासी बनाया। जिसके बाद बंटी पटेल ने कांग्रेस से बगावत करते हुए पार्टी से हटकर सोमवार को निर्दलीय प्रत्यासी के रूप में फार्म दाखिल कर दिया है। उन्होंने अपने समथकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन दाखिल किया। हालांकि बंटी पटेल आगे चुनाव मैदान में उतरेंगे या नही वक्त बताएगा। बहरहाल चुनाव की जोरों पर तैयारी चल रही है। इधर चौरई से भाजपा में भी प्रत्यासी को लेकर पूर्व विधायक रमेश दुबे ने बगावत कर दी है।
भाजपा में भी रमेश दुबे ने की बगावत
सोमवार को लॉन में विधान सभा से आये तकरीबन तीन दर्जन पदाधिकारियों और सैकड़ों कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। पूर्व विधायक रमेश दुबे ने बताया ये कार्यकर्ताओ की बैठक है मेरी नही। बैठक में कार्यकर्ताओ की सहमति से एक 7 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी निर्णय लेगी। भाजपा ने जो उम्मीदवार मैदान में उतारा है। उसने जिला पंचायत में क्रॉस वोटिंग की है। ऐसा उम्मीदवार चौरई को नहीं चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा मुझे टिकट नही चाहिए न चुनाव लड़ने की कोई मंशा है।
युवा कांग्रेस नेता बंटी पटेल ने भरा निर्दलीय नामांकन
कमेटी निर्णय करेगी। अभी समय है कमेटी निर्णय करेगी जो किसी भी समाज का हो उसे फाइनल करेंगे। प्रदेश स्तर पर हमारी बात पहुंचाएंगे। इस तरह दोनो पार्टी में घमासान मचा हुआ है।