पब्लिक फर्स्ट । जबलपुर । विकास सोनी ।

कांग्रेस जब चुनाव जीतती है तो EVM पर सवाल नहीं उठाती और जब चुनाव हार जाती है तो बजाय अपनी कमियों के आँकलन करने के वो भारत की चुनाव प्रणाली पर ही सवाल उठाने लगती है ।
ये बात जगज़ाहिर है कि भारत के हिन्दी भाषी राज्यों में कांग्रेस की इमेज एक मुस्लिम तुष्टिकरण करने वाली पार्टी की बन चुकी है । इस इमेज से कांग्रेस, लाख जुगत के बावजूद बाहर नहीं निकल पा रही है । ऐसे में कांग्रेस कैसे असल हार के कारणों का विश्लेषण कर पाएगी, ये समझ से परे है ।

EVM मुद्दे को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी कांग्रेस

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा का बड़ा बयान सामने आया है। जबलपुर में उन्होंने चुनावी नतीजों की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि EVM मुद्दे को लेकर कांग्रेस के पास अदालत का दरवाजा खटखटाने का रास्ता खुला हुआ है। चुनाव में पारदर्शिता के मुद्दे को लेकर संसद, कोर्ट, चुनाव और जनता के बीच जाने के लिए कांग्रेस के पास रास्ते खुले हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि चुनाव में जो प्रदर्शिता होनी चाहिए वह नहीं दिखी। चुनाव के पहले ग्राउंड में बदलाव का माहौल था लेकिन चुनावी नतीजों के बाद लोगों में आक्रोश नजर आ रहा है।

चुनाव में पारदर्शिता रहेगा INDIA गठबंधन का अहम मुद्दा

चुनावी नतीजों के बाद EVM मुद्दे को लेकर चल रही अटकलबाजी के बीच कांग्रेस चुनाव में पारदर्शिता को भी अहम मुद्दा बनाने जा रही है। राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा ने कहा है कि चुनाव में पारदर्शिता का मुद्दा INDIA गठबंधन का अहम विषय रहने वाला है। उन्होंने कहा है कि विपक्ष के अस्तित्व के लिए जरूरी है कि सब मिलकर लड़ाई लड़ें। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को मिले भारी बहुमत के बावजूद मुख्यमंत्री के फैसले पर आखिरी निर्णय लिए जाने पर विवेक तंखा ने कहा है कि मुख्यमंत्री के चयन का फैसला भारतीय जनता पार्टी की आंतरिक राजनीति का हिस्सा है।

कमलनाथ के इस्तीफे को बताया हाईकमान का विषय – चुनावी नतीजों के बाद पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के इस्तीफे को लेकर चल रही अटकलों पर भी राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने बयान दिया है, उन्होंने कहा है कि यह मामला पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ और हाई कमान के बीच का मामला है। publicfirstnews.com

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