पहले अयोध्या फिर मथुरा और अब धार…इसी क्रम में पहले राम मंदिर फिर श्रीकृष्ण जन्मभूमि और अब भोजशाला, संघर्ष और सच की ये लड़ाई लगातार जारी है. ऐसे में ये जानना बेहद जरुरी हो जाता है कि भोजशाला में एएसआई विभाग द्वारा चल रहे सर्वे के 16वें दिन तक जांच आखिर कहां तक पहुंची है और साथ ही इस बीच क्या कुछ खुलासे हुए हैं…तो चलिए जानते हैं…
मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी एएसआई विभाग का सर्वे शनिवार को 16वें दिन भी जारी है. दिल्ली और भोपाल के अधिकारियों की 25 सदस्यीय सर्वे टीम ने सुबह करीब आठ बजे मजदूरों के साथ भोजशाला परिसर में प्रवेश किया और आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से सर्वे का काम शुरू किया. सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी भोजशाला पहुंचे हैं. इस बीच भोजशाला के बाहर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं…
दरअसल, सर्वे टीम द्वारा भोजशाला के मुख्य भवन के आसपास खुदाई के लिए चिन्हित किए गए 13 स्थानों में से फिलहाल तीन स्थानों पर खुदाई का काम किया जा रहा है. सर्वे टीम के साथ मौजूद रहीं हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट रंजना अग्निहोत्री ने बताया कि भोजशाला में खुदाई के दौरान पश्चिमी दीवार पर जो पिलर बेस मिला था, उसकी वॉशिंग और क्लीनिंग हो गई हैं. यहां उत्तरी दीवार से सटी सीढ़ियां मिली हैं, जो स्पष्ट दिखाई दे रही हैं. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि यहां तहखाना मिलने की संभावना है…
उन्होंने बताया कि एएसआई की टीम सर्वे के दौरान जो उपकरण उपयोग में ला रही हैं, उसमें लोहे और प्लास्टिक की कंघी है, प्लास्टिक के ब्रश, छोटी झाडू, छोटे-छोटे पाइप जैसे संसाधनों का भी उपयोग इस दौरान किया जा रहा है. वॉशिंग, क्लीनिंग और ब्रशिंग के साथ ही केमिकल की मदद भी ली जा रही है…भोजशाला के मुख्य भवन के आसपास कुल 13 स्थानों को टैंच से चिह्नित किया गया था, जिसमें से अभी 3 स्थानों पर ही मिट्टी हटाने का काम हो रहा है. साथ ही भोजशाला में जो पिलर बेस मिला है, उसका पीरियड क्या है, ये एएसआई ही तय करेगी. वो कार्बन डेटिंग से ही पता चलेगा. ऐसे में कार्बन डेटिंग के बाद कई चीजें स्पष्ट होने की उम्मीद है…
जानकारी के लिए बता दें कि हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुरूप एएसआई को 6 सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है. अब इस केस की अगली सुनवाई 29 अप्रैल को है. ऐसे में अब सर्वे के काम को गति मिलने की उम्मीद है. बता दें टीम में अलोक कुमार त्रिपाठी, अपर महा निदेशक, पुरातत्त्व विभाग व संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार सहित एएसआई के 25 सदस्य व 30 मजदूर शामिल हैं…तो ये थी भोजशाला पर अब तक की तमाम अपडेट…ऐसी ही और ख़बरों की जानकारी के लिए जुड़े रहिए आपके अपने चैनल के साथ…पब्लिक फर्स्ट…सर्वदा भारतीय…