आज 25 मार्च 2025 है, और हम मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का 60वां जन्मदिवस मना रहे हैं। उनका जन्म 25 मार्च 1965 को उज्जैन में हुआ था।
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन:
डॉ. यादव ने विज्ञान में स्नातक (बीएससी) की डिग्री प्राप्त की, इसके बाद उन्होंने कानून (एलएलबी) और राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर (एमए) किया। उन्होंने प्रबंधन में स्नातकोत्तर (एमबीए) और पीएचडी की उपाधियाँ भी हासिल की हैं।
राजनीतिक सफर:
उनका राजनीतिक करियर 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़ने के साथ शुरू हुआ। 1986 में वे उज्जैन शहर के विभाग प्रमुख बने और 1988 में एबीवीपी मध्य प्रदेश के प्रदेश सह मंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे।  
2000 के दशक की शुरुआत में, उन्होंने विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की कार्यकारी परिषद के सदस्य और नगर जिला महासचिव के रूप में कार्य किया। 2004 में वे भाजपा की राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य बने और मध्य प्रदेश में सिंहस्थ की केंद्रीय समिति में भी कार्य किया। 
2013 में, डॉ. यादव उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए। 2018 में वे पुनः इसी सीट से विधायक बने। 2 जुलाई 2020 को, उन्हें शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किया गया, जहाँ उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग संभाला। 
दिसंबर 2023 में, डॉ. मोहन यादव को मध्य प्रदेश का 19वां मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया।
व्यक्तिगत जीवन:
डॉ. यादव के पिता का नाम पूनमचंद यादव है। उनके दो बेटे और एक बेटी हैं। 
मुख्यमंत्री के रूप में उपलब्धियाँ:
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य ने विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की है। उनकी प्रमुख उपलब्धियाँ निम्नलिखित हैं:
औद्योगिक विकास:
डॉ. यादव ने औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और रोड शो जैसी नवाचारी पहलें शुरू कीं, जिससे नए निवेश प्रस्तावों के माध्यम से राज्य का औद्योगिक परिदृश्य सुदृढ़ हुआ और रोजगार के नए अवसर सृजित हुए। 
पर्यावरण संरक्षण:
उनके नेतृत्व में, इंदौर में एक दिन में 12 लाख पौधे रोपकर वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया गया। इसके अलावा, जल स्रोतों के संरक्षण और पुनर्जीवन के लिए जल-गंगा संवर्धन अभियान चलाया गया, जिसमें जलाशयों की सफाई और पौधारोपण जैसे कार्य शामिल थे।  
सामाजिक कल्याण:
• स्वामित्व योजना: इस योजना के तहत 36 लाख के लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 24 लाख लोगों को स्वामित्व अधिकार पत्र वितरित किए गए।
• मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना 2.0: इस योजना में 1 करोड़ 73 लाख से अधिक श्रमिकों का पंजीयन हुआ, और वित्तीय वर्ष 2023-24 में 30,500 से अधिक श्रमिक परिवारों को 670 करोड़ रुपये से अधिक की अनुग्रह सहायता राशि प्रदान की गई।
• सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाएँ: प्रतिमाह 55 लाख से अधिक हितग्राहियों को पिछले 10 महीनों में 3,300 करोड़ रुपये से अधिक की पेंशन राशि का अंतरण किया गया।
महिला सशक्तिकरण:
‘माँ तुझे प्रणाम’ योजना के तहत, 150 युवतियों के दल को गुजरात स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के भ्रमण पर भेजा गया, जिससे वे राष्ट्रीय एकता और महापुरुषों के योगदान से प्रेरणा प्राप्त कर सकें। 
सांस्कृतिक संरक्षण:
श्रीराम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर, उज्जैन से 5 लाख लड्डू प्रसाद के रूप में अयोध्या भेजे गए। साथ ही, प्रदेश भर में प्रभात फेरियाँ, कलश यात्राएँ, स्वच्छता अभियान, दीपदान, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिससे राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को सुदृढ़ किया गया।  
अधोसंरचना विकास:
• सड़क और पुल निर्माण: वर्ष 2024-25 के बजट में सड़क और पुलों के निर्माण एवं संधारण के लिए लगभग 10,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। 
• विमान सेवा विस्तार: ग्वालियर-बेंगलुरू, ग्वालियर-अहमदाबाद, और ग्वालियर-दिल्ली-अयोध्या विमान सेवाओं का शुभारंभ किया गया। 
• मेट्रो परियोजनाएँ: भोपाल, इंदौर, देवास, ग्वालियर, जबलपुर, और सतना में एलिवेटेड कॉरिडोर और मेट्रो ट्रेन संचालन की परियोजनाएँ शुरू की गईं। 
मुख्यमंत्री बनने के बाद, डॉ. यादव ने राज्य में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 18 नई औद्योगिक नीतियों की घोषणा की है। 
जन्मदिवस समारोह:
आज उनके जन्मदिवस के अवसर पर, राज्य भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। राजनीतिक नेता, समर्थक और नागरिक उन्हें शुभकामनाएँ दे रहे हैं।
पब्लिक फर्स्ट भी डॉ. मोहन यादव को उनके जन्मदिवस पर हार्दिक शुभकामनाएँ देते हैं और उनके स्वस्थ एवं सफल जीवन की कामना करते हैं।
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