आस्था, श्रद्धा और आत्मबल का महापर्व अमरनाथ यात्रा 2025 आज गुरुवार से शुरू हो गया है। सुबह बाबा अमरनाथ की पहली मंगला आरती के साथ पवित्र यात्रा का शुभारंभ हुआ। इसके बाद पहला जत्था बालटाल और नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप से पवित्र गुफा की ओर रवाना हुआ। घाटियों में “हर हर महादेव” और “बम बम भोले” के जयघोष गूंजते रहे।
इससे पहले, बुधवार को 5,892 श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू के भगवती नगर कैंप से उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। कश्मीर पहुँचने पर स्थानीय प्रशासन और आम लोगों ने श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया।
यात्रा अवधि और रूट:
अमरनाथ यात्रा इस बार 38 दिन तक चलेगी और इसका समापन 9 अगस्त, रक्षाबंधन के दिन होगा।
पिछले वर्ष यात्रा 52 दिन चली थी और लगभग 5 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे।
प्रमुख रूट:
- पहलगाम रूट:
- दूरी: लगभग 36-40 किमी
- समय: 3 दिन
- यह रूट अपेक्षाकृत आसान है।
- पड़ाव: चंदनवाड़ी → पिस्सू टॉप → शेषनाग → पंचतरणी → अमरनाथ गुफा
- बालटाल रूट:
- दूरी: 14 किमी (एक दिन में)
- रास्ता सीधा लेकिन अधिक चढ़ाई वाला और जोखिमपूर्ण
- बुजुर्गों और कमजोर स्वास्थ्य वाले श्रद्धालुओं को कठिनाई हो सकती है
रजिस्ट्रेशन और तैयारियां:
अब तक 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।
तत्काल पंजीकरण के लिए जम्मू में ये सेंटर सक्रिय हैं:
- सरस्वती धाम
- वैष्णवी धाम
- पंचायत भवन
- महाजन सभा
ये केंद्र रोजाना करीब 2000 रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं।
यात्रा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें:
- दस्तावेज़: मेडिकल सर्टिफिकेट, 4 पासपोर्ट साइज़ फोटो, आधार कार्ड, RFID कार्ड, ट्रैवल एप्लिकेशन फॉर्म
- शारीरिक तैयारी: रोजाना 4–5 किमी पैदल चलने की आदत डालें, प्राणायाम करें
- अनिवार्य सामान: ऊनी कपड़े, रेनकोट, ट्रैकिंग स्टिक, पानी की बोतल, आवश्यक दवाइयां
अमरनाथ यात्रा केवल तीर्थ नहीं, यह एक संकल्प, साधना और प्रकृति से जुड़ने का अनुभव है। बाबा बर्फानी की कृपा और सुरक्षा बलों की व्यवस्था के बीच यह यात्रा हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं की आस्था को मजबूत करती है।
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