पब्लिक फर्स्ट। उज्जैन। अमृत बैंडवाल ।
मुख्य बिंदु:
- मध्य प्रदेश में देहदान को गॉड ऑफ ऑनर
- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की नई पहल
- अंगदान और देहदान परिवार सम्मान योजना
- उज्जैन में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी गई श्रद्धांजलि
मध्य प्रदेश सरकार ने देहदान को सम्मानित करने के लिए एक नई पहल शुरू की है। इसी क्रम में उज्जैन में देहदान करने वाले पहले व्यक्ति नरेंद्र गंगवाल के परिवार को सार्वजनिक रूप से गॉड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। यह अनोखी घोषणा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने फरवरी महीने में AIIMS में आयोजित पहले हृदय प्रत्यारोपण के अवसर पर की थी। मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अंगदान और देहदान को अपनी प्राथमिकता बनाएं ताकि जरूरतमंदों को नया जीवन दिया जा सके।
देहदान को सम्मान देने की योजना
मध्य प्रदेश सरकार ने आदेश जारी किया है कि हर साल 15 अगस्त और 26 जनवरी को जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित कर उन परिवारों को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने देहदान और अंगदान किया है। इस पहल का उद्देश्य समाज में देहदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना और लोगों को प्रेरित करना है।
नरेंद्र गंगवाल को गार्ड ऑफ ऑनर
हाल ही में, उज्जैन में पुलिस ने 85 वर्षीय नरेंद्र गंगवाल के परिवार को सम्मानित किया, जिन्होंने देहदान का निर्णय लिया। गंगवाल की पार्थिव देह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और उनकी देह ऑर डी गार्डी मेडिकल कॉलेज के छात्रों को रिसर्च हेतु दान की गई। गंगवाल शहर के प्रतिष्ठित नागरिक थे, और उनके इस योगदान को कई गणमान्य व्यक्तियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
मुख्यमंत्री की विशेष घोषणाएँ
डॉ. मोहन यादव ने यह भी वादा किया है कि मध्य प्रदेश में हृदय और अन्य अंग प्रत्यारोपण की सुविधाओं को और बेहतर किया जाएगा। इसके अंतर्गत एयर एम्बुलेंस की सुविधा हर उस स्थान पर उपलब्ध कराई जाएगी जहां इसकी आवश्यकता हो। जहां एयर एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकेगी, वहां हेलिकॉप्टर के माध्यम से समय पर मरीजों को उपचार उपलब्ध करवाया जाएगा।
सरकार का उद्देश्य
मध्य प्रदेश सरकार की ये पहल न केवल देहदान को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि अंगदान से जुड़ी तमाम सुविधाओं को भी सुदृढ़ बनाएगी, जिससे कई जीवन बच सकेंगे।
