पब्लिक फर्स्ट – नशे के सौदागरों ने धीरे-धीरे करते हुए कब मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर को नशीले इंजेक्शन्स की मंडी कब बना दी पता ही नही चला। नशे के सौदागर एनडीपीएस एक्ट की सख्त सज़ा से बचने के लिए अब चरस गांजा अफीम स्मैक की बजाय नशीले इंजेक्शन्स का इस्तेमाल ज्यादा कर रहें है। बीते 12 महीनों में जबलपुर पुलिस 48 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे 8 हजार से ज्यादा नशीले इंजेक्शन बरामद कर चुकी है।
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