• अमित शाह के पहुंचने के साथ ही बैठकों का दौर शुरू हो गया, शुरुआत मणिपुर की स्थिति की समीक्षा से हुई.
  • मुलाकातों का दौर दूसरे दिन भी जारी रहा, लेकिन अब बारी थी विभिन्न समुदायों के नुमाइंदों से मुलाकात की.
  • दौरे के तीसरे दिन गृहमंत्री इंडो-म्यांमार बॉर्डर पर मोरेह जा रहे हैं, वहां वह स्थानीय लोगों के साथ वार्ता करेंगे.
राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ चर्चा

इंफाल में शाह ने एक राहत शिविर का दौरा किया जहां मैतेई समुदाय के सदस्य रह रहे हैं और मणिपुर को एक बार फिर से शांति और सद्भाव के रास्ते पर लाने और लोगों की जल्द से जल्द उनके घरों में वापसी सुनिश्चित करने के सरकार के संकल्प से अवगत कराया.

पब्लिक फर्स्ट ब्यूरो।

गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “मणिपुर की अपनी यात्रा के तीसरे दिन, केंद्रीय गृह मंत्री ने मोरेह और कांगपोकपी का दौरा किया और नागरिक संस्थाओं के साथ व्यापक चर्चा की.” इसमें कहा गया, “उन्होंने मोरेह में पहाड़ी जनजातीय परिषद, कुकी छात्र संगठन, कुकी चीफ्स एसोसिएशन, तमिल संगम, गोरखा समाज और मणिपुरी मुस्लिम परिषद के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. प्रतिनिधियों ने राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सरकार की पहल के लिए मजबूत समर्थन व्यक्त किया.”

हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे के तीसरे दिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार(31 मई 2023) को कहा कि सरकार मणिपुर में जल्द से जल्द शांति बहाल करने और सभी विस्थापित लोगों की उनके घरों में वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. अमित शाह ने इंफाल और सीमावर्ती शहर मोरेह में शीर्ष अधिकारियों के साथ दिन में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और उन्हें हिंसा को रोकने तथा जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए लूटे गए हथियारों को बरामद करने के वास्ते सशस्त्र शरारती तत्वो के खिलाफ कड़ी और त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

ड्रग्स तस्करों का हाथ होने की भी आशंका

इसे जातीय संघर्ष का नाम भले ही दिया जा रहा हो, लेकिन वहां की हिंसा के पीछे और भी मुद्दे हो सकते हैं. मोदी के निर्देशानुसार एन बीरेन सिंह सरकार ने ड्रग्स के खिलाफ जंग छेड़ रखी है. ये इलाका ड्रग्स की तस्करी के सुनहरी चतुर्भुज का एक महत्वपूर्ण लिंक है. सूत्रों के मुताबिक बैकफुट पर पहुंचे ड्रग्स के तस्करों का हाथ होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. साथ ही भारत से लगी अपनी दूसरी सीमाओं पर खामोश बैठा चीन भी एक नया मोर्चा खोल भारत को परेशान करने का तरीका भी ढूंढ रहा होगा. इसलिए इस लड़ाई को विशेष रणनीति से ही लड़ना होगा. तभी तो गृहमंत्री ने तीन दिनों से डेरा डाला हुआ है. publicfirstnews.com

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