पब्लिक फर्स्ट। अजमेर।

अजमेर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आने वाले वक्त का सियासी नरेटिव और बीजेपी की चुनावी सियासत का ट्रेंड तय कर दया है। कर्नाटक-हिमाचल में हार के बावजूद पीएम ने साफ कर दिया है कि बीजेपी ओल्ड पेंशन स्कीम सहित गहलोत की कई फ्री स्कीम्स के पक्ष में नहीं है।

पीएम मोदी कल अजमेर की सभा के जरिए बीजेपी की चुनावी सियासी लाइन भी तय करके गए हैं। इस लाइन के मुताबिक बीजेपी के नेताओं को यह मैसेज मिल गया है कि वे सीएम फेस की लड़ाई छोड़कर जनता के बीच जाएं, वोट बढ़ाएं। बड़े नेताओं को बिखराव की जगह एक रहकर काम करने का मंच से ही मैसेज मिल गया।

अजमेर की सभा में पीएम मोदी यह साफ कर दिया है कि केन्द्र की योजनाओं के दम पर और उनके चेहरे पर ही आने वाले सभी चुनाव लड़े जाएंगे। पीएम ने कल धर्म की जगह विकास पर बात ज्यादा करके राजस्थान में चुनावी रणनीति बदलने का भी संकेत दिया।

पीएम मोदी ने अपने पूरे भाषण में केन्द्र सरकार के 9 साल की योजनाओं का जमकर जिक्र किया। उन्होंने हर योजना की तुलना कांग्रेस के शासनकाल से की। उन्होंने केन्द्र की उन सभी योजनीओं का भी जिक्र किया। जो केन्द्र सरकार पहली बार लेकर आई है। लेकिन कहीं भी पीएम मोदी ने तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार की योजनाओं का जिक्र नहीं किया। इससे पीएम मोदी ने साफ संदेश दिया है कि आने वाले विधानसभा चुनाव औऱ लोकसभा चुनाव केन्द्र की योजनाओं के दम पर यानि पीएम मोदी के चेहरे पर ही बीजेपी लड़ेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राजस्थान में भाजपा का चुनावी अभियान शुरू किया। अजमेर में चुनावी सभा में उन्होंने कहा- कांग्रेस विकास की योजनाओं में 85 फीसदी कमीशन खाने वाली पार्टी है। कांग्रेस लूटने में किसी के साथ भेदभाव नहीं करती है।

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