पब्लिक फर्स्ट। नई दिल्ली।
संसद में मानसून सत्र का आज छठा दिन है। विपक्ष आज फिर मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाएगा। विपक्षी दलों की मांग है कि इस मुद्दे को लेकर गृहमंत्री अमित शाह नहीं बल्कि सदन में प्रधानमंत्री बयान दें।
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ने राज्यसभा में होने वाली बिजनेस एडवायजरी कमेटी (BAC) की बैठक का बॉयकॉट कर सकता है। इस बीच, I.N.D.I.A के सभी सांसद काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे हैं। विपक्षी सांसदों ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर अपना विरोध जताने के लिए यह निर्णय लिया है।
इधर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मंजूर होने के बाद कांग्रेस ने अपने राज्यसभा सांसदों को गुरुवार (27 जुलाई) को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया। इसमें कांग्रेस के राज्यसभा सांसदों को पूरे दिन सदन में मौजूद रहने के लिए कहा गया है। JDU और AAP ने व्हिप जारी किया है।
संसद के मानसून सत्र के अपडेट्स…
जनता दल (U) ने राज्यसभा में अपने सांसदों को दिल्ली सेवाओं पर केंद्र के विधेयक के खिलाफ वोटिंग करने के राज्यसभा में मौजूद रहे व्हिप जारी किया है।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भारत-चीन बॉर्डर के हालात पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
कांग्रेस ने पेश किया नो-कॉन्फिडेंस मोशन
मानसून सत्र के पांचवे दिन कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने मंजूरी दे दी। स्पीकर ने नियमों के तहत 50 से ज्यादा सांसदों के समर्थन के बाद कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का समय, सभी दलों से बातचीत के बाद तय करेंगे।
मोदी की भविष्यवाणी वाला 2018 का बयान वायरल
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की भविष्यवाणी पीएम मोदी ने 5 साल पहले ही कर दी थी। दरअसल, 2018 में जब संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, तब लोकसभा में जवाब देते हुए PM मोदी ने कहा था, “मैं आपको शुभकामनाएं देना चाहता हूं कि आप इतनी तैयारी करें कि आपको 2023 में फिर से अविश्वास लाने का मौका मिले।”