पब्लिक फर्स्ट I महाराष्ट्र
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र के लगभग 10 से ज्यादा जिलों में बीते कई दिनों से अनशन और हिंसा जारी थी, मगर अब यह अनशन, आगजनी और हिंसा रुक चुकी है क्योंकि 25 अक्टूबर से अनशन कर रहे मनोज जरांगे पाटिल ने कल 2 नवंबर गुरुवार को अपना अमरण अनशन समाप्त कर दिया है। हालांकि जरांगे ने अनशन तो खत्म कर दिया है लेकिन अभी भी वे मराठा आरक्षण की मांग से पीछे नहीं हटे है।
उन्होंने महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार को मराठा आरक्षण लागू करने के लिए 2 जनवरी 2024 तक का अल्टीमेटम दिया है। और ये साफ आकर दिया है कि यदि 2 जनवरी तक महाराष्ट्र सरकार ने मराठा आरक्षण लागू नहीं किया तो उन्हें एक बार फिर सरकार के खिलाफ खड़ा होना पड़ेगा। तो वहीँ दूसरी ओर हड़ताल खत्म करने के कुछ घंटे बाद भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मनोज जरांगे से मुलाकात की। और उन्हें ये आश्वासन दिया कि आरक्षण लागू करने के लिए सरकार की ओर से सभी जरूरी काम किए जा रहे हैं।
CM शिंदे ने कहा किसी भी समुदाय के साथ धोखा नहीं होगा। आपको बता दें महाराष्ट्र में 33 फीसदी मराठा आबादी है यानि की महाराष्ट्र की कुल आबादी का करीब 4 करोड़ मराठा है। इनमें से 90 से 95 फीसदी लोग भूमिहीन किसान हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि महाराष्ट्र में खुदकुशी करने वाले किसानों में से 90 फीसदी मराठा समुदाय से ही हैं।