पब्लिक फर्स्ट | उत्तरकाशी |
उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग से उनके सफल बचाव की खबर मिलने पर 41 फंसे हुए श्रमिकों के परिवार के सदस्यों के चेहरे पर राहत और खुशी छा गई। लंबे समय तक हताशा सहने वाले परिवारों ने बचाव का जश्न मनाया और अपने प्रियजनों को वापस लाने के लिए सरकार को तहे दिल से धन्यवाद दिया। उन्होंने पटाखे फोड़कर और मिठाइयां बांटकर अपनी खुशी जाहिर की। परिवार के कुछ सदस्य श्रमिकों का हाल जानने के लिए उनके साथ वीडियो कॉल पर लगे रहे। कई रिश्तेदार, जो घटना के कुछ दिन बाद घटनास्थल पर पहुंचे थे और तब से वहीं डेरा डाले हुए थे, आखिरकार अपने प्रियजनों से मिल गए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 दिन के बचाव अभियान के बाद सिलक्यारा टनल से बचाए गए श्रमिकों से किया संवाद। उनका कुशलक्षेम जानते हुए बढ़ाया हौसला।
पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा, “इस जीत का श्रेय मैं पूरे भारत को देता हूं, प्रधानमंत्री का पूरा आशीर्वाद हमारे साथ रहा है। जब भी हमारा हौसला कमजोर हुआ अंदर फंसे हुए 41 मजदूर हमारा हौसला बढ़ा देते थे…”
भाजपा कार्यकर्ताओं ने मोदी हैं तो मुमकिन है के नारे लगाए
मोदी हैं तो मुमकिन है, पुष्कर धामी जिंदाबाद के नारे लगा रहे भाजपाई। सुरंग के बाहर मौजूद लोग इस सफलता की खुशी में एक दूसरे को मिठाई बांट रहे हैं।
जल्द बनेगा भगवान बौखनाग का भव्य मंदिर
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि बाबा बौखनाग और देवभूमि के देवी-देवताओं की कृपा से ऑपरेशन सफल हुआ है। बौखनाग देवता का सिलक्यारा में भव्य मंदिर बनाया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं।
सुरंग में फंसे श्रमिकों को एक-एक लाख की आर्थिक सहायता देगी सरकार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों सभी श्रमिकों को सरकार एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा अस्पताल में इलाज और घर जाने तक की पूरी व्यवस्था की जाएगी।
पीएम मोदी ने सीएम धामी को फोन कर दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिलक्यारा में 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाले जाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन कर अपनी शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री ने इस दौरान श्रमिकों के बारे में मुख्यमंत्री से जानकारी ली। उन्होंने मुख्यमंत्री से जाना कि सुरंग से निकालने के बाद श्रमिकों के स्वास्थ्य देखभाल, घर छोड़ने व परिजनों आदि के लिए क्या व्यवस्थाएं की गई हैं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि सभी श्रमिकों को सुरंग से निकलने के बाद सीधे चिन्यालीसौड़ स्थित अस्पताल ले जाया गया है। जहां उनकी जरूरी स्वास्थ्य जांच आदि की जाएगी। साथ ही अवगत कराया कि श्रमिकों के परिजनों को भी फिलहाल चिन्यालीसौड़ ले जाया गया जहां से उनकी सुविधा के अनुसार राज्य सरकार उनको घर छोड़ने की पूरी व्यवस्था करेगी।
सीएम ने अभियान में जुटे सभी लोगों को दी शुभकामनाएं
सिलकयारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर निकलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अभियान में जुटे समस्त बचाव दल को अपनी शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा की श्रमिकों और उनके परिजनों के चेहरों की खुशी ही मेरे लिए इगास बग्वाल (दिवाली) है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बचाव दल की तत्परता, टेक्नोलॉजी के सहयोग, सुरंग के अंदर फंसे श्रमिक बंधुओं की जीवटता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जा रही पल- पल निगरानी और बौखनाग देवता की कृपा से यह अभियान सफल हुआ। मुख्यमंत्री ने जरुरी होने पर श्रमिकों को हर चिकित्सा सुविधा देने के उन्होंने आदेश दिए हैं।
41 मजदूरों को निकाला गया बाहर
सिलक्यारा टनल में कैद 41 मजदूर 17वें दिन सुरक्षित बाहर आए। बचाव स्थल पर खुशी का माहौल है। मजदूरों को निकाल कर प्राथमिक उपचार के बाद एम्बुलेंस के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में शिफ्ट किया जा रहा है।
41 मजदूरों को निकाला गया बाहर
सिलक्यारा टनल में कैद 41 मजदूर 17वें दिन सुरक्षित बाहर आए। बचाव स्थल पर खुशी का माहौल है। मजदूरों को निकाल कर प्राथमिक उपचार के बाद एम्बुलेंस के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में शिफ्ट किया जा रहा है।
15 श्रमिकों को सफलतापूर्वक बचाया गया
उत्तराखंड में 12 नवंबर से सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों में से 15 श्रमिकों को सफलतापूर्वक बचाया गया है।
सीएम धामी ने बाहर आए मजदूरों का लिया हालचाल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बाहर निकाले गए श्रमिकों से मुलाकात कर रहे हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल ( से.नि) वीके सिंह भी मौजूद हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रमिकों और रेस्क्यू अभियान में जुटे हुए कर्मियों के मनोबल और साहस की जमकर सराहना की। बाहर निकाले जा रहे श्रमिको के परिजन भी टनल में मौजूद हैं। टनल से बाहर निकाले गए श्रमिकों का प्रारंभिक स्वास्थ्य परीक्षण टनल में बने अस्थाई मेडीकल कैंप में ही किया जाएगा।
पांच मजदूरों को सफलतापूर्वक निकाला गया बाहर
उत्तराखंड में 12 नवंबर से सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों में से पांच श्रमिकों को सफलतापूर्वक बचाया गया है। फिलहाल सभी मजदूर सिल्कयारा टनल के अंदर सेफ्टी टनल में हैं।
टीम अंदर मजदूरों को पहना रही कपड़े
टीम अंदर गई है जो मजदूरों को कपड़े पहना रहे। वहीं एंबुलेंस को अलर्ट मोड पर रखा गया है। अगर कोई मजदूर खुद को असहज महसूस करता है तो उसे अस्पताल ले जाया जाएगा।
पहले मजदूर को सफलतापूर्वक बचाया गया
उत्तराखंड में 12 नवंबर से सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों में से पहले मजदूर को सफलतापूर्वक बचा लिया गया है।
रांची झारखंड में सुरंग में फंसे श्रमिक के परिवार के बीच बांटी गई मिठाई
उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों के बचाव अभियान के अंतिम चरण में पहुंचने की जानकारी जैसी ही खबरों में आई वैसे ही रांची के झारखंड में अनिल बेदिया ने सुंरग में फंसे श्रमिकों में से एक के परिवार के सदस्यों के बीच मिठाइयां बांटी।
यूपी के मिर्जापुर में अखिलेश के बाहर आने के इंतजार में परिवार
12 नवंबर से उत्तराखंड टनल हादसे में फंसे 41 मजदूरों को रेस्क्यू करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। रेस्क्यू को लेकर मिर्जापुर वासियों की दिल की धड़कन बढ़ी रही। टनल में फंसे मिर्जापुर के युवक अखिलेश की सुरक्षित वापसी को लेकर अदलहाट में रह रहा परिवार टकटकी लगाए टीवी देखता रहा। साथ ही फोन से संपर्क कर रेस्क्यू में लगने वाले समय इत्यादि की जानकारी भी लेता रहा। गांव में भी लोग अखिलेश की सुरक्षा को लेकर भगवान से कामना करते देखे गए।
चिनूक हेलीकॉप्टर तैनात
चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर चिनूक हेलीकॉप्टर तैनात कर दिया गया है। टीम का कहना है कि अगर किसी भी मजदूर की तबीयत खराब लगेगी तो तुरंत एयरलिफ्ट कर अस्पताल भेजा जाएगा।
गद्दे और स्ट्रेचर सुरंग के अंदर ले जाए गए हैं। मजदूरों के लिए गर्म कपड़े भी सुरंग के अंदर ले जाए गए हैं। मजदूरों को सीधा अस्पताल ले जाया जाएगा। मजदूरों के साथ परिजन भी जाएंगे।
श्रमिकों के लिए मालाएं लेकर पहुंची टीम
सुरंग के पास लोग श्रमिकों के लिए मालाएं लेकर पहुंचे हैं।
मजदूरों के पाइप से बाहर निकालने की सूचना
सूचना है कि कुछ मजदूरों को पाइप से बाहर निकाला गया है। मेडिकल टीम भी सुरंग के अंदर है। कुछ परिजनों को भी वहां बुलाया गया है। मेडिकल टीम मजदूरों का चेकअप कर रही है।
सुरंग के अंदर पहुंचे सीएम
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह सुरंग से बाहर निकले हैं। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सुरंग के अंदर दाखिल हुए हैं।
खुशी से झूम उठे मजदूर
सुरंग के अंदर ड्रिलिंग करने वाली ऑगर मशीन के ऑपरेटर शंभू मिश्रा ने बताया कि 1 बजकर 50 मिनट पर जब पाइप आर-पार हुआ तो अंदर फंसे मजदूर खुशी से झूम उठे। उन्होंने हाथ हिलाकर खुशी जताई।
सीएम धामी सिलक्यारा पहुंचे
सीएम पुष्कर सिंह धामी सुबह सिलक्यारा सुरंग का जायजा लेने पहुंचे थे। इसके बाद वह देहरादून किसी कार्यक्रम में शामिल होने आ गए थे। वहीं अब सीएम दोबारा सिलक्यारा पहुंच चुके हैं।
श्रमिकों तक पहुंचा पाइप
17 दिन बाद सुरंग से खुशखबरी आई है। रैट माइनर्स की टीम ने मैन्युअल ड्रिलिंग पूरी कर दी है। श्रमिकों तक पाइप पहुंच चुका है। पाइप वेल्डिंग किया जा रहा है, जिससे मजदूरों को कोई क्षति न पहुंचे। सुरंग के बाहर एंबुलेंस व डाक्टरों की टीम तैनात है। वहीं, एक एंबुलेंस अंदर भी गई है। श्रमिकों को सुरंग से निकालते ही चिन्यालीसौड़ अस्पताल ले जाया जाएगा।
मैन्युअल ड्रिलिंग लगभग पूरी
सिलक्यारा सुरंग में मैन्युअल ड्रिलिंग लगभग पूरी हो चुकी है। एनडीआरएफ की टीम सुरंग के मुहाने पर पहुंची है। वहीं, एक एंबुलेंस भी सुरंग के अंदर से निकली है।
एम्बुलेंस सिलक्यारा सुरंग के मुहाने पर पहुंची
टीम ने अब मजदूरों को त्वरित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए वहां एंबुलेंस को भेज दिया है। यहां चार 108 एम्बुलेंस सिलक्यारा सुरंग के मुहाने पर पहुंची हैं। एसडीआरएफ के जवान सुरंग के अंदर ही श्रमिकों के मेडिकल चेकअप के लिए बेड लेकर जा रहे हैं। फोल्डिंग बेड के साथ तकिए और गद्दे भी पहुंचाए जा रहे हैं।
एम्बुलेंस सिलक्यारा सुरंग के मुहाने पर पहुंची
टीम ने अब मजदूरों को त्वरित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए वहां एंबुलेंस को भेज दिया है। यहां चार 108 एम्बुलेंस सिलक्यारा सुरंग के मुहाने पर पहुंची हैं। एसडीआरएफ के जवान सुरंग के अंदर ही श्रमिकों के मेडिकल चेकअप के लिए बेड लेकर जा रहे हैं। फोल्डिंग बेड के साथ तकिए और गद्दे भी पहुंचाए जा रहे हैं।
56 मीटर तक पूरी हुई ड्रिलिंग
रेस्क्यू ऑपरेशन के नोडल अधिकारी सचिव डॉ. नीरज खैरवाल व एनएचआईडीसीएल के एमडी महमूद अहमद ने बताया कि मैन्युअल ड्रिलिंग करीब 56 मीटर तक कर ली गई है। जल्द ही मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
पांच बजे तक पूरा हो सकता है बचाव अभियान
माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने कहा, सुरंग में अब दो से तीन मीटर ड्रिलिंग ही बची है। हम शाम पांच बजे तक कुछ परिणाम देखने की उम्मीद कर रहे हैं। Publicfirstnews.com