सांची दुग्ध संघ एवं कर्मचारियों को समितियों के माध्यम से सशक्त करते हुए प्रदेश में पशुपालन और दुग्ध उत्पादन के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। सांची दुग्ध संघ के किसी भी कर्मचारी अथवा आउटसोर्स कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला जाएगा। प्रदेश में वर्तमान दुग्ध उत्पादन को दोगुना करने के लिये विशेष प्रयास किये जाएंगे। यह बात आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर में मांगलिया स्थित सांची दुग्ध प्लांट में आयोजित कर्मचारी संवाद कार्यक्रम के अवसर पर कही।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण प्रेम से गोपाल कहलाए। उन्होंने गौमाता के प्रति प्रेम के कारण जीवनभर गोपाल कहलाने में आनंद महसूस किया। उन्होंने अपने मुकुट पर मोर पंख को स्थान दिया। भगवान श्रीकृष्ण ने गाय को सदैव महत्व दिया। उन्होंने पशुपालन के व्यवसाय से जोड़कर आय के साधन के साथ-साथ जीवन अमृत से जुड़ने का संकेत दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार हर वर्ग के विकास के लिए विशेष प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा मध्य प्रदेश में 51 हजार से अधिक गांव हैं। बावजूद इसके दुग्ध उत्पादन में हम अन्य प्रदेशों के मुकाबले पीछे हैं। मध्य प्रदेश को दूध उत्पादन एवं उससे निर्मित होने वाले उत्पादों का विकास कर दुग्ध उत्पादन में नंबर वन बनाएंगे। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन और इनसे जुड़ी सहकारी समितियों को मजबूत किया जाएगा। सांची दुग्ध संघ के किसी भी कर्मचारी को वीआरएस नहीं लेना पड़ेगा तथा आउटसोर्स के किसी भी कर्मचारी को नहीं निकाला जायेगा। दुग्ध संघ को सशक्त बनाने के लिए इन कर्मचारियों को इसका सहभागी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाते हुए इसके टर्नओवर में बढ़ोत्तरी के लिये भी विशेष प्रयास किए जाएंगे। मध्य प्रदेश में दूध खरीदी पर पशुपालक को बोनस दिया जाएगा। दुग्ध संघ की वर्तमान समितियों की क्षमता का विकास करेंगे तथा प्रदेश में दुग्ध उत्पादन के साथ साँची दुग्ध और उसके उत्पादों की खपत को बढ़ाने के लिये विशेष प्रयास किए जाएंगे। सांची ब्रांड को और सशक्त किया जाएगा। उन्होंने बताया नेशनल डेयरी डेवलपमेंट से एमओयू किया गया है।
सहकारिता के माध्यम से इसे और सशक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा मध्य प्रदेश में कृषि विकास दर 25 प्रतिशत हुई है। पशुपालन को और अधिक बढ़ावा देने के लिये नई योजना के अन्तर्गत 10 से ज्यादा पशुओं का पालन करने वाले पशुपालकों को पशुपालन एवं दुग्ध उत्पादन पर अनुदान का लाभ देंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा प्रदेश में बूढ़े पशुधन के संरक्षण हेतु गौशालाओं में ऐसे पशुओ को रखा जा रहा है। गौशालाओं का अनुदान भी बढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा प्रदेश में किसानों के दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी हेतु विशेष सम्मेलनों का आयोजन भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दुग्ध संघ कर्मचारियों से संवाद किया तथा उन्हें हर संभव सहयोग के लिए आश्वस्त किया। उन्होंने साँची दुग्ध संघ के प्लांट का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को साँची दुग्ध संघ की ओर से प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट, राज्यसभा सांसद श्रीमती कविता पाटीदार, सांसद श्री शंकर लालवानी, विधायकगण श्रीमती मालिनी गौड़, श्री मधु वर्मा, श्री मनोज पटेल तथा श्री गोलू शुक्ला, श्री गौरव रणदिवे, दुग्ध संघ अध्यक्ष श्री मोती सिंह पटेल सहित बड़ी संख्या में गणमान्य जन,दुग्ध संघ कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में संभागायुक्त श्री दीपक सिंह, पुलिस कमिश्नर श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन सांची दुग्ध संघ के एमडी डॉ. सतीश कुमार एस ने देते हुए दुग्ध संघ संबंधी जानकारी दी।