मप्र मुख्यमंत्री डा मोहन यादव का एलान
- विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा, भारिया और सहरिया के लिये बनेगी बटालियन
- भर्ती के लिये दिया जायेगा प्रशिक्षण
- शौर्य संकल्प योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजातीय समूह बैगा, भारिया और सहरिया के लिये अलग से बनेगी बटालियन ।
- युवाओं को पुलिस, सेना एवं होमगार्ड में भर्ती कराने के लिये आवश्यक प्रशिक्षण दिया जायेगा।
- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह के युवाओं को रोजगार एवं सेवा से जोड़ने के लिये पीवीटीजी बटालियन बनाने के दिए निर्देश
- मध्यप्रदेश में बैगा, भारिया एवं सहरिया जनजाति पीवीटीजी समूह में आती हैं।
- तीन विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिये पृथक-पृथक विकास प्राधिकरण का भी संचालन
- विशेष पिछड़ी जनजातीय समूह (पीवीटीजी) की विकास योजनाओं में प्रदेश के 15 जिलों शामिल।
- इन विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास के लिये योजना बनाने एवं योजनाओं का क्रियान्वयन करने के लिये प्रदेश में 11 प्राधिकरण भी कार्यरत ।
- बैगा विकास प्राधिकरण के कार्यक्षेत्र में 6 जिले (मण्डला, शहडोल, बालाघाट, उमरिया, डिण्डौरी एवं अनूपपुर ।
- भारिया विकास प्राधिकरण में (पातालकोट) के कार्यक्षेत्र में छिन्दवाड़ा जिले के तामिया विकासखण्ड के पातालकोट क्षेत्र के 12 गांव आते हैं।
- सहरिया विकास प्राधिकरण के कार्यक्षेत्र में 8 जिले (श्योपुरकलां, मुरैना, भिण्ड, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर एवं दतिया) आते हैं।
- 1500 रूपये प्रतिमाह दी जा रही है आहार अनुदान राशि ।
- राज्य सरकार कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिये सरकार द्वारा बैगा, भारिया एवं सहरिया परिवारों की महिला मुखिया के बैंक खाते में 1500 रूपये प्रतिमाह दिये जा रहे हैं।
- चालू वित्त वर्ष में एक अप्रैल से 31 अगस्त 2024 तक 2 लाख 18 हजार 563 हितग्राहियों को कुल 180 करोड़ रूपये से अधिक आहार अनुदान राशि दी जा चुकी है।
publicfirstnews.com