आज, 16 जनवरी 2025 को, शहडोल में आयोजित 7वें क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया।
इस सम्मेलन में 2000 से अधिक उद्योगपति शामिल हुए, और मुख्यमंत्री ने 28 औद्योगिक इकाइयों का लोकार्पण तथा भूमि पूजन किया, जिससे 570 करोड़ रुपये का निवेश और 2,500 रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला, राज्य मंत्री दिलीप जायसवाल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।इस सम्मेलन के माध्यम से शहडोल क्षेत्र में औद्योगिक और पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा।
शहडोल रिजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव – ‘अपार संभावनाओं की भूमि’
प्रदेश में संतुलित समान विकास की दिशा में कदम बढ़ाने के उद्देश्य से शहडोल में आयोजित शहडोल रिजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव ने उद्योगों एवं निवेशकों के लिए अपार संभावनाओं का द्वार खोला है। इस कॉन्क्लेव में विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई और स्थानीय उद्योगों की संभावनाओं को उजागर किया गया।
प्रमुख बिंदु:
- स्थानिक लाभ:
- शहडोल क्षेत्र, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के निकटता के कारण, उद्योग स्थापना के लिए एक आदर्श स्थान है।
- प्राकृतिक संसाधन:
- शहडोल खनिज संसाधनों से समृद्ध है, जिसमें कोयला, बॉक्साइट, फायर क्ले और ग्रेनाइट की प्रचुरता है। ये संसाधन उद्योगों की स्थापना के लिए सभी आवश्यकताएं पूरी करते हैं।
- वन संपदा:
- यहाँ की वन संपदा और जैव विविधता इसे वन आधारित उद्योगों और औषधीय उत्पादों के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाती है।
- पर्यटन संभावनाएं:
- शहडोल में अमरकंटक, सोम नदियों का उद्गम, और प्राकृतिक आकर्षण जैसे धालमालिक स्थलों के साथ-साथ लवरेश्वर और कंकाली माता मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों की उपस्थिति है।
- बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान और सरसी आइलैंड जैसे नये पर्यटन स्थल भी स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा दे रहे हैं।
- इंजेक्शन और संवाद:
- कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ संवाद स्थापित किया गया, जिससे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश और उद्योग स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त हुआ।
- MSME को अवसर:
- स्थानीय MSME को बड़े उद्योगों के साथ साझेदारी करने के अवसर प्राप्त होंगे, जिससे उनकी वृद्धि को बल मिलेगा। इसके साथ ही, कुटीर और ग्रामोद्योग भी इस इकोसिस्टम में जुड़ सकेंगे।
आयोजन की हाइलाइट्स:
- 5000 से अधिक रेजिस्ट्रेशन हुए।
- 50 से अधिक विशेषज्ञों ने भागीदारी की।
- 3000 से अधिक MSME प्रतिनिधियों ने इस आयोजन में हिस्सा लिया।
इस कॉन्क्लेव ने शहडोल क्षेत्र में औद्योगिक विकास की अपार संभावनाओं की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और यह सुनिश्चित किया है कि स्थानीय उद्योग और MSME एक स्थायी और समृद्ध अर्थव्यवस्था की दिशा में आगे बढ़ सकें।
यह प्रस्तुति मध्य प्रदेश की औद्योगिक प्रगति और विकास को दर्शाती है। यहाँ कुछ मुख्य बिंदु दिए गए हैं:
- विकास की गति: मध्य प्रदेश में औद्योगिक पलायन के कारण लाभ के लिए नए प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं, जो सरकार की प्रगतिशील औद्योगिक नीतियों और अनुकूल आवासीय वातावरण के प्रमाण हैं।
- उद्योगों के साथ बैठकें: 15 से अधिक प्रमुख उद्योगों के साथ वन-टू-वन बैठकें आयोजित की गईं, जिसमें टोरेंट पावर, रेलयांस, जे.एम.एस. मायलन्ग, बजरंग पावर, और इस्पार्ट आलद ने भाग लिया।
- सैक्टरल सत्र: तीन सैक्टरल सत्र आयोजित किए गए:
- एमएसएमई और स्टेट अप में अवसरों पर,
- पावर क्षेत्र में अवसरों पर,
- खनन क्षेत्र में अवसरों पर।
- आशय पत्र: “रीजनिंग इनडस्ट्री कॉन्क्लेव साहडोली” में 102 इकाइयों को 401 एकड़ भूमि आवंटित की गई, जिसमें 3561 करोड़ से अधिक का पूंजी निवेश और 9561 से अधिक व्ययद्धयों को रोजगार प्रदान करने की संभावना है।
- भूमि पूजन/ शिलान्यास: साहडोली कॉन्क्लेव में 30 इकाइयों के भूमि पूजन/ शिलान्यास किये गए, जिनमें से 18 इकाइयां साहडोली संभाग में हैं।
- उप-राष्ट्रपति की उपस्थिति: उप-राष्ट्रपति के निवास का चयन नौडी, शहडोली का विध्वंस रोक दिया गया और औद्योगिक पाका गोहपारू शहडोली का भूमि पूजन किया गया।
- निवेश और रोजगार: औद्योगिक पाका गोहपारू शहडोली का भूमि पूजन 51 हेक्टेयर में, राशि 16.13 करोड़ के साथ किया गया है, जिससे कई निवेश और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
माननीय मुख्यमंत्रीजी द्वारा घोषणा में वर्णित निर्णय के बारे में कुछ विवरण निम्नलिखित हैं:
- नवीन औद्योगिक क्षेत्र: माननीय मुख्यमंत्रीजी ने तीन नवीन औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना की घोषणा की है, जो निम्नलिखित हैं:
- लजिा शहडोि के ब्यौहारी र्हसी, मऊ ग्राम में 37.00 एकड क्षेत्रफि का नवीन औद्योगिक क्षेत्र
- लजिा उमररया के चंलदया र्हसी, िोढा ग्राम में 12.00 एकड क्षेत्रफि का नवीन औद्योगिक क्षेत्र
- लजिा अनूपपुर के बरगवााँ ग्राम में 11.00 एकड क्षेत्रफि का नवीन औद्योगिक क्षेत्र
- यूआईटी इंजीलनयररं ग कॉिेज शहडोि: माननीय मुख्यमंत्रीजी ने यूआईटी इंजीलनयररं ग के कॉइज शहडोि में बदलाव की घोषणा की है, जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- स्नार्क स्तर: आगामी सत्र से स्नार्क स्तर का बीटेक पाठ्यक्रम कंप्यूटर साइंस में नई टेक्नोलॉजी AI, IoT, और Data Science का समावेश करेगा।
- स्नार्कोत्तर स्तर: आगामी सत्र से स्नार्कोत्तर स्तर का एमटेक पाठ्यक्रम माइकरोनिक इंजीलनयररं ग में भी प्रारंभ किया जाएगा।
- सेंटर ऑफ़ एक्विस्ट्रेशन: यह भी घोषणा की गई है कि इंजीलनयररं ग कॉइज पररसर में सेंटर ऑफ़ एक्विस्ट्रेशन/टूल्सटल/हॉस्टस्ट/स्पोटटास ग्राउंड्स शीघ्र ही शामिल किया जाएगा।
ये निर्णय राज्य में उद्योग और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है, जिससे लोगों को बेहतर करियर विकल्प प्रदान किया जा सके।
निवेश प्रस्ताव का सारांश
मध्यप्रदेश में विभिन्न उद्योगों, विशेषकर वृहद उद्योग, एमएसएमई और अन्य क्षेत्रों में कुल 32,520 करोड़ रुपये के लनवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे लगभग 30,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
इस बार की RIC की विशेष बात यह है कि शहडोि क्षेत्र में प्रमुखता से लगभग 95 प्रस्ताव लनवेश हेतु प्राप्त हुए हैं। नीचे कुछ प्रमुख प्रस्तावों की जानकारी दी गई है:
क्र. | इकाई का नाम | सेक्टर | प्रस्तावित लनवेश (रु करोड़ में) | प्रस्तावित रोजगार |
---|---|---|---|---|
1 | टोरेंट पावर लिमिटेड | ऊर्जा | 18,000 | 7,000 |
2 | बजरंग पावर और इस्पात | खनन | 3,300 | 1,500 |
3 | सेलेक्ट बिल्डर्स | ऊर्जा | 2,500 | 1,500 |
4 | शारदा एनजी एंड मिनरल्स लिमिटेड | खनन | 2,500 | 3,500 |
5 | ऑरो कोल प्रा.लि. | खनन | 1,500 | 1,100 |
6 | जे.एम.एस माइनिंग | खनन | 350 | 525 |
7 | एसएम प्राइम सीमेंट, एथेनॉल एवं राइस मिल | अनूपपुर | 300 | 3,000 |
8 | डीडीटीसी एडवांसमेंट लिमिटेड | टेक्सटाइल | 1,200 | 5,000 |
9 | प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड | खनन | 250 | – |
10 | वाईएनए इंडस्ट्रीज | नवीकरण ऊर्जा | 200 | 1,500 |
11 | आर.के ग्रुप | ऊर्जा | 110 | 350 |
12 | महावीर कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड | खनन | 100 | 100 |
13 | रमणीक पॉवर | ऊर्जा | 500 | 1,200 |
14 | MSME इकाईयों के विविध प्रस्ताव | विभिन्न | 1,710 | 4,650 |
कुल:
- लनवेश प्रस्ताव: 32,520 करोड़ रुपये
- रोजगार सृजन: 30,925
यह डेटा दर्शाता है कि मध्यप्रदेश में विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में लनवेश करने की क्षमता और संभावनाएं बहुत अधिक हैं, जो स्थानीय रोजगार को बढ़ाने में सहायक होंगी।
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