मानव डोभाल। देहरादून। पब्लिक फर्स्ट।

2025 के केदारनाथ यात्रा का आगाज 2 मई से होने वाला है। इस यात्रा को लेकर उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले के प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने हाल ही में एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में स्थानीय व्यापारी, घोड़े-खच्चर वाले, केदारनाथ की विधायक आशा नौटियाल और अन्य अधिकारी शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य चार धाम यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करना था, ताकि श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो और यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से हो सके।

केदारनाथ में पवित्रता बनाए रखने की आवश्यकता

बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई, जिनमें से एक महत्वपूर्ण मुद्दा पवित्र केदारनाथ धाम की आस्था और परंपरा को बनाए रखने का था। विधायक आशा नौटियाल ने बताया कि इस दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने यह शिकायत की थी कि कुछ गैर-हिंदू धर्म के लोग केदारनाथ में मांस-मच्छी का व्यापार कर रहे हैं, जो इस पवित्र स्थान की आस्थाओं और परंपराओं के खिलाफ है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इस व्यापार को तुरंत बंद किया जाना चाहिए और ऐसे लोगों को चिन्हित करके धाम से बाहर किया जाना चाहिए।

पवित्रता की रक्षा और यात्रा की सुरक्षा

आस्था और धार्मिक स्थल की पवित्रता बनाए रखने के साथ-साथ यात्रा की सुरक्षा भी बैठक का एक अहम हिस्सा रही। यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने के उपायों पर चर्चा की गई। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि यात्रियों के लिए हर संभव सुविधा और सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा, जिससे उन्हें यात्रा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का सामना न हो।

व्यापारियों और घोड़े-खच्चर वालों से संवाद

बैठक में व्यापारी और घोड़े-खच्चर वाले भी शामिल हुए थे, जिन्होंने अपनी समस्याएं और सुझाव प्रस्तुत किए। इन व्यवसायियों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया गया कि यात्रा के दौरान सभी को उचित अवसर मिले और किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो। स्थानीय व्यापारियों ने यात्रा की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अपनी पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया।

आस्था, सुरक्षा और सामूहिक सहयोग का महत्व

केदारनाथ यात्रा एक धार्मिक अनुष्ठान के रूप में न केवल श्रद्धालुओं के लिए, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से हमें राज्य में पर्यटन के विकास की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ना है, लेकिन इसके लिए हर एक व्यक्ति का सहयोग और समर्पण जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें सभी धर्मों और आस्थाओं का सम्मान करते हुए यात्रा की पवित्रता बनाए रखनी होगी।

समाप्ति

यह बैठक यात्रा के प्रबंधन और व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन के प्रयासों से केदारनाथ यात्रा 2025 में श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित, सुखद और पवित्र अनुभव साबित होगी। सभी संबंधित पक्षों को एकजुट होकर इस यात्रा को सुचारू रूप से चलाने के लिए काम करने का वचन दिया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो और वे बिना किसी रुकावट के अपने पवित्र स्थान तक पहुंच सकें।

publicfirstnews.com

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