पब्लिक फर्स्ट । भोपाल । राजेश सक्सेना।
मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा,
“मध्यप्रदेश सरकार औद्योगिकरण और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए दिए गए वचनों को पूरा करने संपूर्ण रूप से प्रतिबद्ध।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि व्यापार वचन से होता है, और व्यापार में वचन का ही सर्वाधिक महत्व है। साथ ही, उन्होंने बताया कि बाबा महाकाल की कृपा से देश और प्रदेश में समृद्धि बरस रही है।
औद्योगिक इकाइयों का लोकार्पण एवं निवेश
मुख्यमंत्री ने 1127 करोड़ की लागत की औद्योगिक इकाइयों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया है। इस कार्यक्रम में, रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में प्राप्त निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारकर प्रदेश में नई औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित की जा रही हैं।
साथ ही, प्रदेश की 73 औद्योगिक इकाइयों को 441 करोड़ की निवेश प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की गई है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजन ‘विकसित भारत’ को साकार करने के लिए प्रदेश में 1127.24 करोड़ रुपए के निवेश से 26 विभिन्न औद्योगिक परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है।
रोजगार, परियोजनाएं और भविष्य की योजनाएं
औद्योगिक इकाइयों से लगभग 5046 युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। भारत के सबसे स्वच्छ औद्योगिक पार्क विक्रम उद्योगपुरी में 28 करोड़ की लागत से नवनिर्मित अत्याधुनिक सामान्य अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र (सीईटीपी) का लोकार्पण भी हुआ है।
इसके साथ ही, विकास का एक नया इतिहास रचा जा रहा है – परियोजनाएं उज्जैन, इंदौर, देवास, धार, शाजापुर, भोपाल, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, जबलपुर, ग्वालियर और उनके आस-पास के जिलों को एक नए मेट्रोपॉलिटन सिटी के रूप में विकसित करेंगी। प्रदेश में वर्ष 2025 को ‘उद्योग और रोजगार वर्ष’ घोषित किया गया है, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कार्यक्रम से प्रदेश में न केवल औद्योगिक विकास को बल मिलेगा, बल्कि युवाओं को रोजगार के सुनहरे अवसर भी प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा – “प्रधानमंत्री श्री मोदी के आशीर्वाद से प्रदेश को नंबर 1 बनायेंगे।”