इस अवसर पर पंचांग पूजन एवं संवत्सर फल कथा का आयोजन किया गया, जिसमें अनेक गणमान्य नागरिकों और संस्था के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत पंचांग पूजन से हुई, जिसके पश्चात संस्थान के संचालक पंडित विनोद गौतम ने सिद्धार्थ नामक संवत्सर का फल कथन किया। सभी श्रद्धालुओं ने पूरे श्रद्धा भाव से इस कथा का श्रवण किया।

पंडित गौतम ने बताया कि वर्ष प्रतिपदा के दिन पंचांग फल श्रवण करना एक अति प्राचीन रीति है, जिसके पालन से पूर्ण फल की प्राप्ति होती है और पूरा वर्ष सुख एवं समृद्धि में व्यतीत होता है। उन्होंने आगे कहा कि इस वर्ष ग्रहों के राजा सूर्य के अधिपति में रहेगें, जो कि उन्नति का विशेष संकेत है। इस संवत्सर को 53 वाँ संवत्सर तथा रुद्रावीसी के 13वें वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।

यह आयोजन न केवल नव संवत्सर की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि आने वाले वर्ष में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि की आशा भी जगाता है।

ज्योतिषाचार्य पं. विनोद गौतम
ज्योतिष मठ संस्थान, भोपाल
+91 98273 22068

publicfirstnews.com

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