- HIGHLIGHTS FIRST
- उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को जोड़ने वाला NH-34 बना जानलेवा जाल
हमीरपुर से गुजरने वाला NH-34 हाईवे इन दिनों मौत का नया अड्डा बनता जा रहा है। बीती शाम से लगा भीषण जाम लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गया, लेकिन सबसे ज्यादा दर्दनाक मंजर तब सामने आया जब एक घायल युवक ने इसी जाम में दम तोड़ दिया।
घटना हमीरपुर के सुमेरपुर क्षेत्र की है, जहां एक सड़क हादसे में युवक पीयूष घायल हो गया था। परिजन उसे अस्पताल ले जाने के लिए छटपटा रहे थे, लेकिन NH-34 पर जाम ने उन्हें रोक दिया। घंटों की मशक्कत के बाद भी रास्ता नहीं मिला और पीयूष ने मौके पर ही तड़पते हुए दम तोड़ दिया।
- सिस्टम की नाकामी ने छीनी एक और जान
स्थानीय लोगों का कहना है कि NH-34 पर रोजाना घंटों जाम लगता है। यह हाईवे यूपी और एमपी को जोड़ता है, लेकिन ट्रैफिक के मुकाबले इसकी चौड़ाई बेहद कम है। इसके चलते हजारों वाहन रोज फंसते हैं और हालात बेकाबू हो जाते हैं।
पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर प्रशासन ने समय रहते सड़क चौड़ी करने या ट्रैफिक कंट्रोल की व्यवस्था की होती, तो पीयूष की जान बच सकती थी।
- परिजनों का फूटा गुस्सा, मौत का जिम्मेदार कौन?
- मृतक युवक के चाचा के.के. गुप्ता ने प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा:
“अगर रास्ता खुला होता, अगर जाम न होता, तो आज पीयूष हमारे साथ होता। ये सीधी-सीधी लापरवाही है। प्रशासन सो रहा है और लोग मर रहे हैं।”
- प्रशासन का रटा-रटाया रवैया
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और खानापूर्ति में जुट गई है। लेकिन असली सवाल ये है कि क्या हाईवे जाम की जिम्मेदारी तय की जाएगी? या फिर एक और मौत फाइलों में दफन होकर रह जाएगी?
पब्लिक फर्स्ट सवाल
NH-34 सिर्फ एक सड़क नहीं, अब एक ऐसा जाल बन चुका है जो लोगों की ज़िंदगियाँ लील रहा है। अगर प्रशासन नहीं जागा, तो अगली मौत किसकी होगी—यह सिर्फ वक्त बताएगा।
publicfirstnews.com
