भोपाल से शुरू हुई बड़ी कार्रवाई:
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में फर्जी टैक्स रिफंड घोटाले को लेकर आयकर विभाग ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। भोपाल स्थित मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार यह छापेमारी 13 स्थानों पर एक साथ की गई। यह कार्रवाई एक योजनाबद्ध ऑपरेशन के तहत सुबह से ही शुरू कर दी गई थी। इस पूरे अभियान का उद्देश्य उन लोगों और संस्थाओं की पहचान करना था, जो फर्जी टैक्स रिफंड क्लेम के जरिए सरकार को भारी आर्थिक नुकसान पहुँचा रहे थे।
मध्यप्रदेश के कई शहरों में छापेमारी:
इस अभियान के तहत आयकर विभाग की टीमें इंदौर, जबलपुर, रीवा, उज्जैन और रतलाम जैसे बड़े शहरों में सक्रिय रहीं। इन सभी स्थानों पर एक साथ दस्तावेजों की जांच और जब्ती की कार्रवाई की गई। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि कई लोगों के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर टीडीएस (TDS) कटने के बाद टैक्स रिफंड का गलत क्लेम किया गया था। यह कार्य बड़े सुनियोजित ढंग से किया जा रहा था, जिससे आयकर विभाग को भारी संदेह हुआ।
टैक्स रिफंड में 25% कमीशन का खेल:
सूत्रों के अनुसार, इस घोटाले में शामिल लोग फर्जी टैक्स रिफंड क्लेम के बदले लगभग 25 प्रतिशत का कमीशन लेते थे। यानी किसी व्यक्ति के नाम पर जो भी टैक्स रिफंड मिलता, उसका एक बड़ा हिस्सा गिरोह के पास जाता। कई लोगों को इस घोटाले की जानकारी तक नहीं थी और उनके नाम का उपयोग कर गलत रिफंड ले लिया गया। अब इस मामले में कागजी और डिजिटल सबूतों की गहनता से जांच की जा रही है।
डिजिटल उपकरणों की जब्ती:
कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग की टीमों ने बड़ी संख्या में कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल डिवाइसेज को जब्त किया है। इन उपकरणों में फर्जीवाड़े से जुड़े दस्तावेज, ईमेल, स्प्रेडशीट और सॉफ्टवेयर टूल्स पाए जाने की संभावना है। विभाग इन सभी डिवाइसेज की फॉरेंसिक जांच करेगा ताकि यह पता चल सके कि इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं और किन तरीकों से यह फ्रॉड अंजाम दिया गया।
आगे और खुलासों की संभावना:
इस फर्जीवाड़े में एक संगठित गिरोह के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, अब तक की जांच में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं और आने वाले दिनों में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। आयकर विभाग पूरे नेटवर्क को बेनकाब करने की दिशा में काम कर रहा है। संभावना जताई जा रही है कि यह घोटाला करोड़ों रुपये का हो सकता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए छानबीन और तेज कर दी गई है।
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