उन्नाव में जनता दर्शन के दौरान मीडिया से तीखी बातचीत

उन्नाव से भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महाराज एक बार फिर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में हैं। शुक्रवार को अपने कैंप कार्यालय में जनता दर्शन के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने धर्मनिरपेक्षता, राहुल गांधी, अखिलेश यादव और कांग्रेस-सपा की विचारधारा पर जमकर निशाना साधा।

“कोई भी व्यक्ति धर्मनिरपेक्ष हो ही नहीं सकता”

साक्षी महाराज ने विवादित टिप्पणी करते हुए कहा, “कोई भी व्यक्ति धर्मनिरपेक्ष हो ही नहीं सकता। अगर कोई ऐसा कहता है, तो वह बकवास कर रहा है।”
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि संविधान से ‘सेकुलर’ और ‘सोशलिस्ट’ शब्द हटाए जाने चाहिए, क्योंकि इन्हें जोड़ना देश के साथ अन्याय है।

“धर्म स्थायी होता है, बदला नहीं जा सकता”

उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि जैसे आँख का धर्म देखना, कान का सुनना और अग्नि का जलना होता है, वैसे ही मनुष्य का धर्म भी जन्म से तय होता है। इसे कोई भी बदल नहीं सकता। उन्होंने इसे देश को बर्बादी की ओर ले जाने वाला शब्द बताया।

“सेकुलर शब्द जोड़ना संवैधानिक पाप है”

साक्षी महाराज ने कहा, “मैं राजनीति में आने से पहले भी धर्मनिरपेक्षता का विरोधी था और आज भी उसी विचारधारा पर कायम हूँ। दुनिया का सबसे बड़ा विद्वान भी धर्मनिरपेक्षता पर मुझसे बहस करके नहीं जीत सकता।”

कथावाचक के फर्जी पहचान पत्र पर उठाए सवाल

इटावा में कथावाचक के दो आधार कार्ड के मामले पर उन्होंने कहा – “एक कार्ड में वह ब्राह्मण, दूसरे में यादव। आखिर यह कौन है? क्या यह रोहिंग्या है? आतंकवादी है?” उन्होंने फर्जी पहचान छुपाने वालों को कड़ी जांच में लाने की मांग की।

अखिलेश यादव पर जातिवाद फैलाने का आरोप

साक्षी महाराज ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि, “अखिलेश जातिवाद का ज़हर फैला रहे हैं। समाजवादी पार्टी की राजनीति सिर्फ जाति के नाम पर भ्रम फैलाने की कोशिश है।”

“पूजा जाति की नहीं, गुणों की होती है”

राम और रावण का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि “रावण ब्राह्मण था, राम ठाकुर। लेकिन पूजा आज राम की होती है क्योंकि उसके पास गुण थे।”

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