पब्लिक फर्स्ट। नई दिल्ली ।ब्यूरो।
भारतीय वायुसेना को अपाचे AH-64E हेलीकॉप्टरों की पहली खेप मिल गई है, जिससे देश की हवाई रक्षा प्रणाली और सीमा सुरक्षा को बड़ी मजबूती मिलने जा रही है। अत्याधुनिक युद्ध क्षमताओं से लैस ये हेलीकॉप्टर अब भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो गए हैं।
पहली खेप में कितने हेलीकॉप्टर?
भारत को पहली खेप में कुल 8 अपाचे हेलीकॉप्टर प्राप्त हुए हैं। इनकी तैनाती उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर की जाएगी, जहां इनकी भूमिका रणनीतिक रूप से बेहद अहम होगी।
अपाचे हेलीकॉप्टर की खास बातें:
- मल्टी वेपन सिस्टम: हेलफायर मिसाइल, हाइड्रा रॉकेट, 30 मिमी की तोप से लैस।
- नाईट ऑपरेशन: थर्मल और नाइट विजन से लैस, अंधेरे में भी सटीक हमला संभव।
- 360° सेंसर कवरेज: दुश्मन की हर हरकत पर पैनी निगरानी।
- स्मार्ट एवियॉनिक्स: उन्नत कंप्यूटर सिस्टम से नियंत्रित, तेजी से निर्णय लेने की क्षमता।
- सुरक्षा कवच: अत्यधिक ऊंचाई और कठिन इलाकों में ऑपरेशन की शक्ति।
भारत के लिए क्या मायने रखता है अपाचे?
अपाचे हेलीकॉप्टरों की तैनाती भारत-चीन और भारत-पाक सीमा पर रणनीतिक बढ़त दिलाएगी। ये मशीनें आतंकवाद विरोधी अभियानों में भी कुशलता से तैनात की जा सकेंगी।
भारतीय वायुसेना इन्हें “गेम चेंजर एयर प्लेटफॉर्म” के रूप में देख रही है।
भविष्य की योजना:
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, आने वाले महीनों में और भी अपाचे हेलीकॉप्टर भारत पहुंचेंगे। इसके साथ ही, भारत की हवाई मारक क्षमता और भी ऊंचाई पर पहुंचेगी।
