पब्लिक फर्स्ट I भोपाल 

चुनावों में सनातन और हिंदुत्व के बाद अब ‘राम पर राजनीति’ शुरू हो चुकी है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के चलते कांग्रेस अपने सॉफ्ट हिंदुत्व से एक कदम आगे बढ़ गई है। जब से 22 जनवरी को राम मंदिर के लोकार्पण की तारीख घोषित हुई है। तब से अयोध्या में राम मंदिर किसने बनवाया ? यह सवाल एक चुनावी मुद्दा बन चूका है। जनता को अपने खेमे में लाने के लिए क्रेडिट लेने की होड़ मच गई।

भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने राम मंदिर और बावरी मस्जिद का विवाद सुलझाकर राम मंदिर का निर्माण कराया है। इसलिए वे अपने चुनाव प्रचार में इसका जिक्र करके राम मंदिर निर्माण का क्रेडिट ले रहे है, लेकिन अब कांग्रेस भी राम मंदिर निर्माण का श्रेय लेने के लिए इतिहास के पन्ने पलटने लगी है। दरअसल एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान कांग्रेस के दिग्गज नेता और प्रदेश कांग्रेस चीफ कमलनाथ ने राम मंदिर का क्रेडिट राजीव गांधी और कांग्रेस को दिया है।

पीसीसी चीफ ने पत्रकारों के सवालों के जबाब देते हुए कहा राजीव गांधी ने पहली बार राम मंदिर का ताला खुलवाया था। राम मंदिर एक पार्टी और एक व्यक्ति का नहीं है। यह भारत के हर नागरिक का है। राम मंदिर को बनाने में किसी के घर का पैसा तो नहीं लगा है। यह सरकार के पैसे से बना है। तो वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता और बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान पवैया ने कांग्रेस की रामभक्ति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा राम का काम रोकने वाले कभी रामभक्त नही हो सकते।

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