सिंहस्थ 2028 को लेकर उज्जैन नगर निगम ने तैयारियां तेज कर दी हैं। शहर के भीतर यातायात और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 16 प्रमुख आंतरिक सड़कों का चौड़ीकरण किया जाना प्रस्तावित है। काम को कई चरणों (पेंच) में किया जा रहा है ताकि यातायात बाधित न हो और नागरिकों को असुविधा न हो।
पहले चरण की शुरुआत
नगर निगम द्वारा पहले चरण में दो मार्गों पर कार्य प्रारंभ किया गया है:
- विक्रमादित्य क्लॉथ मार्केट से शिप्रा नदी की छोटी रपट तक – 450 मीटर की दूरी को कवर किया जा रहा है।
- कंठाल चौराहे से गोपाल मंदिर मार्ग – इस मार्ग पर मकानों को चिन्हित कर चौड़ीकरण की दिशा में कार्यवाही शुरू हो चुकी है।
नगर निगम के अनुसार, पहले चरण का कार्य पूरा होने के बाद ही अगले हिस्से का काम शुरू किया जाएगा।
निगमायुक्त की जानकारी
निगमायुक्त आशीष पाठक ने जानकारी दी कि पूर्व के चौड़ीकरण कार्यों में आईं कठिनाइयों को देखते हुए इस बार चरणबद्ध तरीके से (Patch-wise) कार्य किया जा रहा है। इससे नागरिकों को असुविधा नहीं होगी और यातायात भी सुचारु बना रहेगा। उन्होंने कहा कि नागरिकों का सहयोग मिल रहा है, जिससे काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
धार्मिक स्थलों का स्थानांतरण
चौड़ीकरण की जद में आने वाले तीन धार्मिक स्थलों को दूसरी सुरक्षित जगह स्थानांतरित किया जाएगा, जिससे धार्मिक भावनाओं का सम्मान बना रहे।
नागरिकों का सहयोग
शहर की जनता भी नगर निगम के साथ खड़ी नजर आ रही है। कई स्थानीय नागरिकों ने स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने और निर्माण कार्य में सहयोग देने की इच्छा जताई है।
प्रस्तावित 16 मार्गों का चरणबद्ध चौड़ीकरण
नगर निगम ने ट्रैफिक प्रेशर, धार्मिक महत्व और श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए शहर के 16 महत्वपूर्ण मार्गों का चयन किया है, जिन्हें सिंहस्थ 2028 से 6 माह पूर्व तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
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