पब्लिक फर्स्ट। इस्लामाबाद।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट से हर केस में राहत मिलने का सिलसिला जारी है। सोमवार को हत्या के एक मामले में भी सुप्रीम कोर्ट ने खान की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। यह मामला क्वेटा के वकील अब्दुल रज्जाक के कत्ल से जुड़ा है। रज्जाक की पिछले महीने हत्या की गई थी। वो इमरान के खिलाफ एक अहम मामले में पैरवी कर रहे थे।

रज्जाक के परिवार ने इमरान के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इस मामले में खान को निचली अदालत में पेश होकर बेल हासिल करनी थी, लेकिन वो सीधे सुप्रीम कोर्ट पहुंचे और उन्हें 27वें केस में भी बेल मिल गई। कोर्ट में पेश होते वक्त इमरान पर प्लास्टिक की बोतल भी फेंकी गई। हालांकि, इससे उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ।

सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ


वकील की हत्या के मामले में सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की बेंच ने की। सुनवाई जैसे ही शुरू हुई तो मारे गए वकील अब्दुल रज्जाक के परिवार के वकील ने इमरान खान पर कत्ल की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की।

रज्जाक के परिवार के वकील ने कहा- अब्दुल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के चीफ इमरान खान के खिलाफ एक पिटीशन दायर कर चुके थे। इसके बाद से उन्हें इस पार्टी की तरफ से लगातार धमकियां दी जा रहीं थीं। अब्दुल ने पुलिस प्रोटेक्शन भी मांगा था, लेकिन यह उन्हें नहीं दिया गया। इसके बाद एक दिन जब वो कोर्ट से लौट रहे थे, तब उन पर काफी करीब से फायरिंग की गई। इसमें उनकी मौत हो गई। मारे गए वकील के परिवार का आरोप है कि उनका कत्ल इमरान के खिलाफ पिटीशन दायर किए जाने की वजह से हुआ है।

लिस के बयान पर भी भरोसा नहीं

इस मामले में इमरान के खिलाफ बलूचिस्तान के पुलिस चीफ ने भी खुद सुप्रीम कोर्ट पहुंचकर बयान दिया, लेकिन इसके बावजूद तीन जजों की बेंच ने उस पर तवज्जो नहीं दी।

पुलिस चीफ ने कहा- वकील अब्दुल रज्जाक के कत्ल के मामले में कुल चार लोगों के बयान दर्ज किए जाने हैं। इसके लिए उनकी गिरफ्तारी जरूरी है। मारे गए शख्स के परिवार ने साजिश रचने का आरोप सीधे तौर पर इमरान खान पर लगाया है। परिवार के लोग अपने बयान पहले ही दर्ज करा चुके हैं।

पुलिस चीफ ने आगे कहा- हमने इमरान को जांच में शामिल होने के लिए कई नोटिस भेजे, लेकिन वो एक भी बार न तो पेश हुए और न ही नोटिस का जवाब दिया। लिहाजा, उनकी गिरफ्तारी के आदेश दिए जाएं।

सुनवाई के बाद तीन जजों की बेंच ने एक आदेश जारी किया। इसमें कहा गया- 9 अगस्त को इस मामले की अगली सुनवाई होगी और तब तक इमरान खान को गिरफ्तार न किया जाए।

खान पर बोतल फेंकने की कोशिश

सोमवार को जब इमरान खान हमेशा की तरह अपने पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे तो उन पर किसी ने पानी की बोतल फेंकने की कोशिश की। यह बोतल इमरान को नहीं लगी, क्योंकि वो पहले ही सुप्रीम कोर्ट की बिल्डिंग के अंदर पहुंच चुके थे।

इसके बाद पुलिस ने बोतल फेंकने वाले शख्स की काफी तलाश की, लेकिन वो हाथ नहीं आ सका। इमरान खान पर 167 केस दर्ज हैं। इनमें से पांच ऐसे हैं, जिनमें उनके खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। यही वजह है कि खान सभी केसेज में किसी न किसी बहाने से पेश होने से बचते हैं।

खान अपने ज्यादातर मामलों को लाहौर हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में ले जाते हैं, यहां से उन्हें हर बार राहत मिल जाती है। इसको लेकर पाकिस्तानी मीडिया अदालतों पर सवालिया निशान भी लगाता है, लेकिन यह सिलसिला बदस्तूर जारी है।

publicfirstnews.com

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