पब्लिक फर्स्ट । वाराणसी ।

मुस्लिम पक्ष का सर्वे में शामिल होने से इनकार, सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम पहुंच चुकी है। इस बार टीम में 61 सदस्य हैं। यानी पिछली बार की तुलना में 40 सदस्य ज्यादा। पिछली बार की तुलना में टीम ने परिसर की वीडियोग्राफी शुरू कर दी है। हिंदू पक्ष भी टीम के साथ अंदर गया है। उधर, सुप्रीम कोर्ट में सर्वे के खिलाफ अपील का जिक्र करते हुए मुस्लिम पक्ष ने सर्वे में शामिल होने से इनकार कर दिया है। जुमा को देखते हुए प्रदेश में हाईअलर्ट रखा गया है। ज्ञानवापी के आसपास भारी संख्या में फोर्स को तैनात किया गया है।

गुरुवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ASI को वाराणसी की ज्ञानवापी के वैज्ञानिक सर्वे की अनुमति दी थी। जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर ने कहा, ‘न्यायहित में सर्वे जरूरी है। मुझे इस तर्क में कोई दम नहीं दिखता कि बिना दीवार खोदे एएसआई नतीजे पर नहीं पहुंच सकता।’

कोर्ट ने सर्वे रोकने की अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी की याचिका खारिज कर दी थी। कोर्ट ने वाराणसी लोअर कोर्ट के सर्वे कराने के आदेश को भी सही माना। इस बीच, हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ मस्जिद कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है।

ऐसे होगा सर्वे
जिला जज वाराणसी के आदेश से ASI ने 24 जुलाई को ज्ञानवापी का सर्वे शुरू किया था। लेकिन कुछ घंटे बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी।

  1. कि जमीन या दीवार के अंदर क्या है। अब खुदाई नहीं होगी। ग्राउंड पेनिट्रेटिंग राडार (जीपीआर) तकनीक इस्तेमाल करेंगे। इसमें रेडियो वेव की फ्रीक्वेंसी के जरिये पता चल जाता है
  2. कार्बन डेटिंग पद्धति से भी साक्ष्यों की जांच की जाएगी।
  3. दीवारों, नींव, मिट्टी में रंग परिवर्तन की भी जांच करेंगे।

सर्वे में कौन मौजूद रहेगा

  1. हिंदू पक्ष ने जहां सर्वे में सहयोग की बात कही तो मुस्लिम पक्ष अभी दूरी बनाए है। अंजुमन इंतजामिया के संयुक्त सचिव एसएम यासीन यासीन मसाजिद के मुताबिक, ‘हमने सुप्रीम कोर्ट में सर्वे आदेश के खिलाफ अपील की थी। जिसकी आज सुनवाई निश्चित है। इसकी जानकारी बनारस के अधिकारियों को दी गई है। हमारा अनुरोध था कि शीर्ष अदालत के आदेश तक सर्वे को रोका जाए।’
  2. सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर में ASI की 20 सदस्यीय टीम के अलावा हिंदू पक्ष की चार वादिनी महिला, उनके चार अधिवक्ता मौजूद रहेंगे। मसाजिद कमेटी से भी चार लोगों और उनके चार वकील को रहने के लिए कहा गया है।
  3. जिला शासकीय वकील, राज्य सरकार के वकील, केंद्र सरकार के वकील, एडीएम सिटी और एक अपर पुलिस आयुक्त मौजूद रहेंगे। फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर कौन होगा, इस बारे में ASI ने बताया कि हिंदू पक्ष की तरफ से वकील सुधीर त्रिपाठी, सुभाष नंदन चतुर्वेदी, अनुपम द्विवेदी आदि रहेंगे।

publicfirstnews.com

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