पब्लिक फर्स्ट | भोपाल |

बंगाल की खाड़ी में बने मानसूनी सिस्टम के अचानक तेज रफ्तार से पहुंचने के कारण गुरुवार को प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में अच्छी बारिश हुई। नरसिंहपुर में 5 इंच से ज्यादा बारिश हुई। शहडोल में भारी बारिश के चलते दो दिन के लिए स्कूल बंद कर दिए गए, जबकि उमरिया में 48 घंटे से जारी बारिश के कारण ब्लैक आउट रहा। जबलपुर में पिछले चौबीस घंटे में करीब 5 इंच बारिश हुई। हालांकि इंदौर में सुबह से शाम तक रिमझिम बारिश का दौर चला। मौसम भी ठंडा हो गया। हालांकि यहां इस सिस्टम का बहुत असर नहीं होने वाला है। गरज-चमक के साथ हलकी बारिश हो सकती है। दरअसल, मालवा में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसकी वजह से बारिश बाधित हुई है।

इस बीच, मौसम केंद्र ने शुक्रवार को नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। शाजापुर, रीवा सतना, अनूपपुर में यलो अलर्ट और गुना, अशोकनगर, सागर, शिवपुरी, दतिया, भिंड श्योपुर कला, बालाघाट, पन्ना, दमोह और निवाड़ी जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

जुलाई के मुकाबले अगस्त की सुस्त शुरुआत

इंदौर जिले में बीते साल के मुकाबले इस बार अगस्त की शुरुआत ठंडी रही है। पिछले साल अगस्त में 17 इंच बारिश हुई थी। इस बार भी अगस्त के पहले दिन से ही पानी गिर रहा है, लेकिन यह रिमझिम से अधिक नहीं है।

अचानक कैसे बदला ​मौसम

मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना मानसूनी सिस्टम (डिप्रेशन) अचानक तेज रफ्तार से छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के सीधी जिले के 160 किमी दूर तक पहुंचा। बारिश कराने वाली रेखा यानी मानसून ट्रफ लाइन भी इसी के ऊपर से गुजर रही है। इस कारण ज्यादा मात्रा में नमी मिली तो ऐसी बारिश हुई।

रायसेन में 50 से अधिक गांवों का संपर्क टूटा

बेगमगंज और सिलवानी के नदी-नाले उफान पर आने से 50 से अधिक गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है। हैदरगढ़-विदिशा मार्ग भी बंद है। विदिशा में रेहटी बांध परियोजना के 7 गेट में से दो गेट खोलने पड़े।

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