मध्य प्रदेश में सड़क, औद्योगिक दुर्घटना या प्राकृतिक आपदा में घायल और आयुष्मान कार्डधारी मरीजों को पीएम श्री एयर एंबुलेंस की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। आयुष्मान कार्ड न होने पर इसी के दो लाख रुपए घंटे से चार्ज देना पड़ेगा।

मध्य प्रदेश में गंभीर बीमारी पर एयर एम्बुलेंस की मुफ्त सुविधा मिलेगी। राज्य सरकार ने इसके लिए बेंगलुरू की निजी कंपनी से करार किया है। जो किंग एयर सी-90 विमान और बेल-407 हेलीकॉप्टर 31 मई 2025 तक चलाने का एग्रीमेंट किया है। इन एयर एम्बुलेंस की मदद से ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों के मरीजों को इससे त्वरित मदद मिलेगी। सड़क, औद्योगिक दुर्घटना या प्राकृतिक आपदा में घायल और आयुष्मान कार्डधारी मरीजों का राज्य के बाहर उपचार नि:शुल्क है। जिन लोगों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं हैं, उन्हें प्रदेश से बाहर ले जाने के लिए दो लाख रुपए घंटे की दर से चार्ज देना पड़ सकता है। बेल 407 हेलीकॉप्टर सुबह 6:30 से शाम 5:30 तक चलेगा। 6 सीटर हेलीकॉप्टर में पायलट,डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ भी होगा। जबकि, किंग एयर सी-90 विमान दिन-रात उपलब्ध रहेगा। डबल इंजन फिक्स्ड विंग कनवर्टेड फ्लाइंग आइसीयू एयर क्राफ्ट में डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ के साथ दो पायलट होंगे। यह भी 6 सीटर विमान है। सड़क, औद्योगिक दुर्घटना या आपदा के समय सीएमएचओ की अनुशंसा पर कलेक्टर एयर एम्बुलेंस के लिए मंजूरी देंगे। आयुष्मान कार्डधारियों को राज्य से बाहर ले जाने संचालक चिकित्सा सेवा की मंजूरी जरूरी होगी। सशुल्क सेवा के लिए भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय से अनुमति लेनी होगी। आयुष्मान कार्डधारियों से शुल्क नहीं लगेगा। अन्य लोगों को फिक्स्ड विंग एम्बुलेस के लिए 1,78,900 रुपए और हेली एंबुलेंस के लिए प्रति घंटे 1,94,500 अदा करने होंगे।

पीएम श्री एयर एंबुलेंस सेवा के संचालन के नियम

  1. दुर्घटना के मामले में संभाग के अंदर फ्री सेवा – जिला कलेक्टर के अनुमोदन पर मिलेगी
  2. दुर्घटना के मामले में संभाग के बाहर परिवहन के लिए स्वास्थ्य आयुक्त की अनुमति लेनी होगी
  3. संभाग के बाहर अन्य गंभीर इलाज के लिए संभाग आयुक्त अनुमति देंगे
  4. राज्य के बाहर इलाज के लिए संचालक चिकित्सा शिक्षा अनुमति देंगे
  5. सभी के लिए सशुल्क सेवा के मामले में एनएचएम कार्यालय अनुमति देगा

दिल्ली मुंबई के बड़े अस्पतालों में शिफ्ट करने के लिए किया जाता है। इसलिए इसमें वेंटिलेटर, मानीटर, इंजेक्शन पंप, ऑक्सीजन थेरेपी व एनेस्थेसिया सहित अन्य तरह की सुविधाएं उपलब्ध होती हैं। वेंटिलेटर मरीज को सांस लेने में मदद करती है। जबकि, मॉनिटर हार्टवीट, वीपी और श्वसन दर की निगरानी करती है। ऑक्सीजन थेरेपी से मरीज को अतिरिक्त ऑक्सीजन दी जाती है।एयर एंबुलेंस मरीजों को जल्द से जल्द विशेषज्ञ चिकित्सकों तक पहुंचा देती है। इससे त्वरित उपचार शुरू हो जाता है। जिस कारण क्रिटिकल कंडीशन में पहुंचे से पहले ही उन्हें बचाया जा सकता है। क्योंकि इन विमानों की अधिकतम रफ्तार 260 किलोमीटर प्रति घंटा और रेज 600 किलोमीटर तक है,मध्यप्रदेश के मरीजों के लिए इसे सीएम डॉ. मोहन यादव की अभिनव पहल माना जा रहा है…

ब्यूरो रिपोर्ट,पब्लिक फर्स्ट न्यूज,भोपाल

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