पब्लिक फर्स्ट । भोपाल ।
कब कब और कैसे किया अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन
दिनांक – 17 फरवरी 2024
मध्य भारत प्रांत की दो दिवसीय कार्यकारिणी बैठक पिपरिया नर्मदापुरम में RGPV मामले पर चर्चा हुई और आंदोलन करने का निर्णय किया।
दिनांक – 19 फरवरी 2024
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में भ्रष्ट्राचार एवं आर्थिक अनियमित्ताओं के विरुद्ध अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन प्रारंभ हुआ और प्रमुखता से तीन मांग को उठाया
1 कुलसचिव राजपूत को हटाया जाए
2 तत्काल जांच समिति गठित की जाए
3 जांच प्रभावित न हो इसलिए कुलपति को छुट्टी पर भेजा जाए।
अ.भा.वि.प के धरने के फलस्वरूप मध्यप्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री ने तत्कालीन कुलसचिव डॉ राजपुत को पद से हटाकर एवं तत्कालीन कुलपति प्रो सुनील कुमार को छुट्टी पर जाने का आदेश दिया तथा विश्वविद्यालय में एक जांच समिति का गठन हुआ।
दिनांक – 01 मार्च 2024
जांच समिति की समयावधि समाप्त होने पर अभाविप द्वारा पुनः आरजीपीवी में अनिश्चितकालीन प्रदर्शन शुरू ओर जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग।
दिनांक – 02 मार्च 2024
अवधि पूर्ण होने पर समिति द्वारा कोई रिपोर्ट प्रस्तुत न किए जाने पर व जाँच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की माँग रखते हुए अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का दूसरा दिन। और शाम को जांच समिति का घेराव, विश्वविद्यालय में तालाबंदी की गई। समिति के प्रमुख सोमेश मिश्रा ने बताया कि आज जांच की फाइल मंत्रालय में सौप दी जाएगी। रात्रि को प्रारंभिक जांच प्रतिवेदन शासन को प्रस्तुत। प्रारंभिक रिपोर्ट में 19.48 करोड़ का घोटाला एवं भ्रष्ट्राचार का खुलासा हुआ फिर भी अभाविप का प्रदर्शन जारी रहा ।
03 मार्च 2024
सुबह प्रदर्शन स्थल पहुँच कर शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार पहुंचे और अभाविप ने आरजीपीवी विश्वविद्यालय में पिछले पाँच वर्ष में किए गए आर्थिक व्यवहार की निष्पक्ष जाँच व दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हुए जब तक FIR की कॉपी नहीं दिखाई तक धरना प्रदर्शन जारी।मंत्री द्वारा कार्यवाही का आश्वासन दिया नई जाँच समिति गठित कर संपूर्ण विश्विद्यालय के आर्थिक मामलों की जाँच शुरू हुई।
अनिश्चितकालीन प्रदर्शन के फलस्वरूप प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर तकनीकी शिक्षा विभाग, मध्यप्रदेश सरकार के निर्देश से रिपोर्ट में पाए गए दोषी – तत्कालीन कुलपति प्रो सुनील कुमार गुप्ता, तत्कालीन कुलसचिव डॉ राजपुत, वित्त संचालक ऋषिकेश वर्मा, कुमार मयंक तथा दलित संघ के विरुद्ध प्रभारी कुलसचिव द्वारा रात्रि 10 बजे गांधी नगर थाने भोपाल में FIR दर्ज। FIR कॉपी दिखाने पर अभाविप ने प्रदर्शन वापस लिया गया।
दिनांक – 05 मार्च 2024
सुनील कुमार द्वारा माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर में धारा 482 के अंतअं र्गत FIR रद्द करवाने हेतु MCRC no. 10370/24 आवेदन प्रस्तुत, दिनांक 20 मार्च 2024 को माननीय न्यायालय द्वारा आवेदन खारिज।
दिनांक – 06 मार्च 2024
तत्कालीन कुलपति डॉ सुनील गुप्ता का त्यागपत्र हुआ |
दिनांक – 07 मार्च 2024
तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा तत्कालीन कुलसचिव राजपूत निलंबित हुए राजभवन द्वारा डॉ रूपम गुप्ता प्रभारी कुलपति के रूप में आदेश दिया
दिनांक – 11 मार्च 2024
तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा विस्तृत जांच समिति की घोषणा RGPV में धारा 54 लगाने अभाविप ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को लिखा पत्र। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सुनील गुप्ता द्वारा कुलपति पद से त्यागपत्र के पश्चात माननीय राजभवन द्वारा सिनियोरिटी को आधार न मानते हुए मात्र नियमों के आधार पर किसी सिनियर डीन को चार्ज देने की परंपरा के कारण जूनियर प्राध्यापक को चार्ज दिया जाना यह वर्तमान स्थिति में न्यायोचित नहीं। अभाविप ने कहा आपात स्थिति में राजभवन विवेकपूर्ण निर्णय लेने से चूक गया।
दिनांक – 13 मार्च 2024
भोपाल महानगर के प्रतिनिधियों द्वारा कलेक्टर महोदय को जांच रिपोर्ट के आधार पर ज्ञापन सौंप कर RGPV के घोटाले में लिप्त संबंधित चार्टर्ड अकाउंटेंट एवम फर्म के विरुद्ध केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को वैधानिक कार्यवाही हेतु मांग पत्र सौंपा गया।
दिनांक – 28 मार्च 2024
वर्तमान प्रभारी कुलपति के समक्ष तकनीकी संचालनालय की जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर दोषी पाए गए पूर्व के तत्कालीन प्रभारी कुलसचिव डॉ एस.एस कुशवाह के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की मांग की ओर ज्ञापन सौंपा।
दिनांक – 29 मार्च 2024
अभाविप प्रतिनिधिमंडलमं द्वारा भोपाल पुलिस आयुक्त से मिलकर आरोपियों के खिलाफ उचित कार्यवाही तथा गिरफ्तारी की मांग रखकर ज्ञापन प्रेषित।
दिनांक – 30 मार्च 2024
तत्कालीन कुलसचिव राजपूत के ड्राइवर को पांच बोरी दस्तावेज के साथ आसाराम बापू चौराहे पर पकड़ा गया। कार्यकर्ताओं द्वारा रात्रि में गांधी नगर पुलिस थाने का घेराव, तथा एस.आई.टी की जांचदल में शामिल
बैरागढ़ अतिरिक्त पुलिस उपायुक्तयु से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग, प्रदर्शन के फलस्वरूप सुनील कुमार की गिरफ्तारी के लिऐ पुलिस की टीम रवाना।
दिनांक – 31 मार्च 2024
आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही तथा उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा पुलिस आयुक्त कार्यालय भोपाल का घेराव किया, दिन भर चले प्रदर्शन के बाद एस.आई.टी चीफ मलकीत सिंह द्वारा तीन दिवस के भीतर गिरफ्तारी का आश्वासन। मलकीत सिंह ने बताया की प्रमुख पांच आरोपियों का लुक आउट नोटिस और ईनाम भी घोषित किया गया है।
दिनांक – 01 अप्रैल 2024
प्रो. सुनील कुमार गुप्ता जिला न्यायालय भोपाल में अग्रिम जमानत हेतु B.A no. – 9632/24 आवेदन प्रस्तुत, माननीय न्यायालय के आदेश द्वारा दिनांक 02/04/2024 को खारिज।
डॉ. आर.एस राजपुत द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत हेतु MCRC no. – 13597/24 आवेदन प्रस्तुत, सुनवाई होना लंबित।
दिनांक – 05 अप्रैल 2024
भोपाल महानगर के जनप्रतिनिधियों विश्वास सारंग ,रामेश्वर शर्मा और भगवानदास सबदानी से मिलकर पुलिस आयुक्त महोदय को आरोपियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही तथा गिरफ्तारी करने हेतु निर्देश देने की मांग कर ज्ञापन प्रेषित ज्ञापन सौंपा।
दिनांक – 06 अप्रैल 2024
भोपाल महानगर के अंतर्गत शहर के प्रमुख चौराहों रोशनपुरा चौराहा, रेतरे घाट चौराहा, आसाराम बापू चौराहा, बीमा कुंज चौराहा और इंद्रपुरी चौराहा पर पुलिस की नाकामी के विरुद्ध प्रदर्शन किया।
दिनांक – 07 अप्रैल 2024
अभाविप द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग हेतु मुख्यमंत्री निवास पर मानवशृखला, प्रतिनिधिमंडल से माननीय मुख्यमंत्री जी की मुलाकात और जल्दी गिरफ्तारी का आश्वासन मिला |
तकनीकी शिक्षा मंत्री के समक्ष आरोपियो के विरुद्ध तत्काल प्रभाव के उचित कार्यवाही तथा जांच को आगे बढ़ाने की मांग की गई
दिनांक – 11 अप्रैल 2024
दोषी तत्कालीन कुलपति सुनील गुप्ता रायपुर से पकड़ा गया अभाविप ने अन्य 2 दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है |publicfirstnews.com