सीएम योगी ने कहा, महाकुंभ की जमीन पर दावेदारी करने वाले लोग अपनी गनीमत देखो, अपनी खाल बचा लो, यही बड़ी बात होगी। जब इनका बीज भी नहीं फूटा था, हमारी कुंभ की परंपरा उससे पहले की है।मैं कभी-कभी अचंभित होता हूं कि यह वक्फ बोर्ड है या कोई भू माफिया बोर्ड बन गया है। मगर याद रखना एक-एक इंच जमीन हम वापस लेंगे। यूपी सरकार 1369 फसली वर्ष से लेकर अब तक की एक-एक राजस्व जमीन की जांच करा रही है और जिसकी भी जमीन पर वक्फ के नाम पर कब्जा किया होगा, उसकी एक-एक इंच जमीन वापस करेंगे। उस पर गरीबों के मकान अस्पताल और शिक्षण संस्थान बनाएंगे।

योगी ने यह बातें रिपब्लिक भारत के इंटरव्यू में कहीं। उनसे पूछा गया था कि कुछ मुस्लिम धर्मगुरु और वक्फ बोर्ड दावेदारी कर रहा है कि महाकुंभ का आयोजन वक्फ की जमीन पर हो रहा है। योगी ने बताया कि उत्तर प्रदेश वक्फ अधिनियम में संशोधन किया गया है।

सीएम योगी ने कहा, भारत की सनातन की जो हमारी परंपरा है, ये दुनिया की सबसे प्राचीन संस्कृति है। कुंभ और महाकुंभ का आयोजन भी इसी प्राचीन समागम का महापर्व है और इसकी तुलना किसी धर्म या मजहब से नहीं की जा सकती। सनातन हमेशा शिखर पर रहा है और मैंने ऐसे ही नहीं बोला था कि बटेंगे तो कटेंगे। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महाकुंभ का आयोजन राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बनने वाला है।

वहीं मंदिर-मस्जिद विवाद और वर्शिप एक्ट पर योगी ने कहा, पुराने जख्म का इलाज होना बहुत जरूरी है। वरना कैंसर बन जाता है। फिर कितनी भी कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी आप देते रहेंगे, ठीक नहीं होगा। सर्जरी एक बार होनी है। उस सर्जरी के लिए हमें तैयार रहना होगा। फोड़ा कितना भी बड़ा क्यों न हों, एक बार सर्जरी हो जाएगी तो नए सिरे से वो आगे नहीं बढ़ेगा। देश की जनता जागरूक हो चुकी है। ये लोग एक्सपोज हो चुके हैं। हमें तो कभी-कभी डर लगता है कि इससे ज्यादा इनको एक्सपोज करें तो यह लोग कहां मुंह दिखाने लायक बचेंगे। कहीं नहीं बचेंगे।

संभल का इस्लामीकरण हुआ, सबूत सामने आ रहे हैं

योगी ने कहा, 5000 वर्ष पहले श्रीमद्भागवत पुराण और हमारे शास्त्र इस बात का उल्लेख करते हैं कि भगवान विष्णु का 10वां अवतार कल्कि के रूप में संभल में अवतरित होगा। तिथि पहले से तय है। मैं किसी मत और मजहब के खिलाफ नहीं हूं। अगर किसी का पहले से चला आ रहा उपासना स्थल है तो उसका सम्मान करता हूं, लेकिन मैं इसका विरोधी हूं कि किसी के भी उपासना स्थल को तोड़कर जबरन अपना स्थल बनाने का प्रयास करेगा तो इसकी निंदा होनी चाहिए और उसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए।जिसका उल्लेख हमारे पुराणों में है, उसके सबूत मिलने लग गए हैं। संभल का इस्लामीकरण करने के साक्ष्य सामने आ रहे हैं। कैसे वहां पर पूरी तरह एक-एक चिन्ह नष्ट किए गए, सनातन धर्म की विरासत से जुड़े स्थलों में ताला बंद कर दिया गया, कुएं पाट दिए गए, बावड़ी पाटकर घर बना दिए गए। अब जांच में सब सामने आ रहे हैं।

सीएम योगी ने कहा, आज जो संभल जामा मस्जिद के सर्वे का विरोध कर रहे हैं। उनके शासनकाल में 815 साम्प्रदायिक दंगे संभल में हुए थे। 1947 से ही संभल में दंगों का इतिहास रहा है। 1978 में 184 हिंदुओं को जला दिया गया था। क्या विपक्ष ने मुद्दे को कभी उठाया। क्या दोषियों को सजा मिली? एक भी दरिंदे को पकड़ा नहीं गया। 2017 से लेकर अब तक 99 फीसदी तक हिंसा की घटना में कमी आई है, ये NCRB का डेटा है।

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