उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने अपनी पत्नी के साथ प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान किया और पूजा-अर्चना की। पतित पावनी मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के इस दिव्य संगम में स्नान करने के बाद उन्होंने प्रदेश की समृद्धि और जनकल्याण के लिए मंगल कामनाएं कीं।
शुक्ल ने इस अवसर पर कहा, “महाकुंभ का यह पावन अवसर जीवन में बहुत विशेष है। त्रिवेणी संगम में स्नान करने के बाद मैं अत्यंत आभारी महसूस कर रहा हूं। यह स्थल केवल तीर्थ नहीं, बल्कि हमारे अध्यात्म, श्रद्धा और संस्कारों का प्रतीक है। यहां का पवित्र जल मानव जीवन को शुद्ध और समृद्ध करता है।”
महाकुंभ की व्यवस्थाओं की सराहना
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं की भी सराहना की और कहा, “लाखों श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन और स्नान के लिए जो व्यवस्थाएं की गई हैं, वे अनुकरणीय हैं। यह दर्शाता है कि सरकार ने श्रद्धालुओं के भव्य स्वागत और समुचित सुविधाओं के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है।”
गंगा की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान
उन्होंने मां गंगा से प्रदेश की सुख-समृद्धि और नागरिकों के उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की और साथ ही सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि कुंभ के इस पावन अवसर पर मां गंगा की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखें।
कुंभ भारत की सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक परंपराओं का प्रतीक
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने यह भी कहा कि महाकुंभ भारत की सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक परंपराओं की महिमा का वाहक है। यह पूरे विश्व के नागरिकों को भारतीय आध्यात्मिक शक्ति और शांति का परिचय कराता है।
उन्होंने महाकुंभ के आयोजन को एक ऐतिहासिक और दिव्य अवसर बताते हुए सभी श्रद्धालुओं को इस पवित्र आयोजन में भाग लेने के लिए आह्वान किया।
PUBLICFIRSTNEWS.COM