प्रदेश में फायलेरिया उन्मूलन के लिए आगामी 10 फरवरी से 9 जिलों के 23 विकासखण्डों में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान की शुरुआत होने जा रही है। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने मंत्रालय वल्लभ भवन में स्टेट टास्क फोर्स कमेटी की बैठक में इस अभियान की समीक्षा करते हुए सभी संबंधित विभागों को समन्वय और जागरूकता के साथ मिलकर फायलेरिया को जड़ से समाप्त करने के निर्देश दिए।
“फायलेरिया को जड़ से ख़त्म करें, हर विभाग अपने दायित्वों का निर्वहन करें”: उप मुख्यमंत्री
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने बैठक में कहा कि हर विभाग को मिलकर इस अभियान को सफल बनाना है। उन्होंने विशेष रूप से मैदानी अमलों से एमडीए अभियान में शामिल कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण सुनिश्चित करने और अभियान में आम जन की सहभागिता की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों से अपील की गई है कि वे एमडीए अभियान के तहत वितरित दवाओं का अवश्य सेवन करें और फायलेरिया उन्मूलन में सहयोग करें।
मध्यप्रदेश में एमडीए 2025 की कार्ययोजना
10 फरवरी से 25 फरवरी तक मध्य प्रदेश के 9 जिलों के 23 चिन्हित ब्लॉकों में प्रशिक्षित दवा सेवकों द्वारा घर-घर जाकर फायलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराया जाएगा। इस अभियान के तहत डी.ई.सी (डाय ईथाइल कार्बामैज़िन सीट्रेट) और अल्बेंडाजोल दवाओं का सेवन शहडोल, दतिया, और निवाड़ी जिलों में किया जाएगा, जबकि आई.डी.ए (ट्रिपल ड्रग – डी.ई.सी, एल्बेण्डाज़ोल, और आइवरमेक्टिन) का सेवन अन्य प्रभावित जिलों जैसे मउगंज, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, कटनी, उमरिया में किया जाएगा।
प्रदेश में किए गए प्रयास
प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए 13 दिन का माइक्रोप्लान तैयार किया गया है। इसमें 3-4 दिन बूथ स्तर पर, 6 दिन घर-घर अभियान, और 3 दिन में शेष जनसंख्या के लिए फॉलोअप गतिविधियाँ शामिल हैं। एमडीए 2024 में मध्य प्रदेश के 12 जिलों के 35 ब्लॉकों में सफलतापूर्वक संचालित हुआ था।
फायलेरिया लक्षण और बचाव
फायलेरिया संक्रमित मच्छर (क्यूलेक्स) के द्वारा फैलने वाली बीमारी है, और इसके प्रमुख लक्षण प्रारंभिक अवस्था में बुखार, प्रभावित अंगों में सूजन और दर्द होते हैं। यह बीमारी धीरे-धीरे हाथी पांव के रूप में विकसित हो सकती है। फायलेरिया के प्रसार को रोकने और इसके प्रभावी इलाज के लिए एमडीए और मोर्बिडिटी मैनेजमेंट ऐंड डिसेबिलिटी प्रिवेंशन (एमएमडीपी) गतिविधियाँ चल रही हैं।
एमडीए 2025 में विशेष योजनाएं
इस वर्ष के एमडीए अभियान में विशेष रूप से प्रभावित क्षेत्रों में नागरिकों को जागरूक करने के लिए उच्च स्तर की जनसंचार योजनाएं बनाई गई हैं। सभी प्रभावित क्षेत्रों में 100% दवा सेवन सुनिश्चित करने के लिए विभागों से सहयोग प्राप्त किया जाएगा।
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