मध्य प्रदेश में मेधावी विद्यार्थियों को स्कूटी देने की प्रक्रिया से जुड़ी कुछ अफवाहों के बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट किया कि प्रदेश के सभी मेधावी विद्यार्थियों को हमारी सरकार की तरफ से दी जाने वाली स्कूटी उनकी पसंद के अनुसार इलेक्ट्रिक या पेट्रोल दी जाएगी। कुछ लोगों द्वारा टेंडर का भ्रम फैलाया जा रहा था जो पूर्णतः गलत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि विद्यार्थी राज्य सरकार की ओर से दी गई इस सौगात का पूरा लाभ उठाएंगे और पढ़ाई की ओर अपना ध्यान देंगे। वहीं राज्य सरकार लैपटॉप के पात्र विद्यार्थियों को भी जल्द ही लैपटॉप भी देगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा इस प्रक्रिया में टेंडर से जुड़ा भ्रम फैलाया जा रहा था, जो पूर्णत: गलत है।
बता दें 5 फरवरी को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में 12वी के स्कूल टॉपर्स को स्कूटी की चाबियां सौंपी थी। कार्यक्रम के दौरान सीएम ने 12 स्टूडेंट्स को ही स्कूटी की चाबियां दी थी। इसके बाद सरकारी स्कूलों के 7 हजार 900 प्रतिभाशाली छात्रों को मुफ्त स्कूटी के लिए प्रतीकात्मक रूप से प्रमाण पत्र वितरित किए गए। वहीं इन छात्रों से उनकी पसंद भी पूछी गई थी कि वे पेट्रोल स्कूटी चाहते हैं या इलेक्ट्रिक। इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए सहमति देने वाले विद्यार्थियों के बैंक खातों में 1 लाख 20 हजार रुपए जमा किए जाएंगे, जबकि पेट्रोल स्कूटी चुनने वाले छात्रों को 90 हजार रुपए के पात्रता प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
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