HIGHLIGHTS FIRST

  1. राष्ट्रपति से अमूल्य मार्गदर्शन: एक सुनहरी भेंट का अनुभव
  2. शिष्टाचार भेंट में राष्ट्रपति की प्रेरक बातें: सेवा और समर्पण की प्रेरणा
  3. सर्वोदयी विचारों का संगम: राष्ट्रपति मुर्मु जी से अनुभव साझा
  4. उत्कृष्टता की मिसाल: राष्ट्रपति भवन में मिलना और मार्गदर्शन प्राप्त करना
  5. संविधान के प्रति समर्पण: राष्ट्रपति मुर्मु जी की प्रेरणा से प्रेरित

आज का दिन मेरे लिए अत्यंत विशेष और महत्वपूर्ण रहा। मैंने राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी से शिष्टाचार भेंट करने का सौभाग्य प्राप्त किया। इस भेंट ने मुझे न केवल गर्व का अनुभव कराया, बल्कि राष्ट्रसेवा और जनकल्याण के प्रति एक नई प्रेरणा भी दी।

जब मैं राष्ट्रपति जी से मिला, तो उनके व्यक्तित्व की गंभीरता, सहजता और सरलता ने मेरे मन को छू लिया। उनका व्यक्तित्व वास्तव में प्रेरणादायक है। उन्होंने मुझे बताया कि हमें हमेशा अपने कार्यों में ईमानदारी और मेहनत को प्राथमिकता देनी चाहिए। उनके शब्दों में वह गहराई थी, जो एक सच्चे नेता की पहचान होती है।

राष्ट्रपति जी ने कहा कि राष्ट्र की सेवा में समर्पण होना चाहिए, और हमें इस दिशा में अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए सजग रहना चाहिए। उनके विचारों ने मुझमें एक नई ऊर्जा का संचार किया। उन्होंने यह भी साझा किया कि कैसे व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर समाज के उत्थान के लिए कार्य करना हर नागरिक का कर्तव्य है।

राष्ट्रपति जी का यह संदेश मेरे मन में गूंज रहा था: “सच्ची सेवा वही है, जो बिना किसी अपेक्षा के की जाए।” उन्होंने युवा पीढ़ी को प्रेरित किया कि वे अपने देश के भविष्य के निर्माण में सक्रिय भागीदारी करें और समाज के विकाश में योगदान दें।

मैंने अनुभव किया कि राष्ट्रपति जी का नेतृत्व, उनकी दृष्टि और उनके कार्यशैली न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों का परिणाम है, बल्कि यह उनके समर्पण और संघर्ष का भी परिणाम है। उनके साथ बिताया गया वह क्षण मेरे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है, जो मुझे आने वाले समय में प्रेरित करेगा।

अंत में, मैं माननीय राष्ट्रपति जी का दिल से आभार व्यक्त करना चाहूंगा कि उन्होंने मुझे अपनी अमूल्य विचारधारा साझा करने का अवसर दिया। मैं उनकी प्रेरणा को अपने जीवन के हर पहलू में उतारने का प्रयास करूंगा, ताकि मैं भी राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभा सकूं और जनकल्याण के लिए कार्य कर सकूं।

इस भेंट ने मेरे अंदर जोश भर दिया है कि मैं अपने समुदाय के लिए और अधिक सक्रियता से काम करूंगा। मुझे विश्वास है कि हम सभी एक साथ मिलकर अपने देश को एक नई ऊँचाई की ओर ले जा सकते हैं। आज की इस भेंट के अनुभव को मैं हमेशा याद रखूँगा, और यह मेरी प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा।

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