पब्लिक फर्स्ट । भोपाल ॥ पुनीत पटेल ।
मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती 2023 में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। जांच में पाया गया कि कई अभ्यर्थियों ने परीक्षा में अपनी जगह किसी और (प्रॉक्सी कैंडिडेट/सॉल्वर) को बैठाया।
इसके लिए कुछ ने अपने आधार कार्ड का बायोमेट्रिक डेटा भी बदलवाया, जिसमें आधार सेवा वेंडरों की मिलीभगत पाई गई।
गिरफ़्तारी :
अब तक 24 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें 18 अभ्यर्थी, 2 आधार सेवा वेंडर और 4 सॉल्वर शामिल हैं। 21 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं।
जांच और सीएम डॉ. मोहन यादव के निर्देश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया और प्रेस बयान में इस घोटाले को लेकर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि योग्य अभ्यर्थियों के साथ अन्याय करने वाले ऐसे आपराधिक कृत्य मध्यप्रदेश में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
सभी सफल अभ्यर्थियों के बायोमेट्रिक और आधार डेटा की जांच के निर्देश दिए गए हैं, और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की बात कही है।
जांच की वर्तमान स्थिति :
• SIT (विशेष जांच टीम) का गठन कर दिया गया है, जो एक महीने में रिपोर्ट देगी।
• पुलिस मुख्यालय ने सभी संदिग्ध मामलों में बायोमेट्रिक और आधार हिस्ट्री की जांच शुरू कर दी है।
• जिन अभ्यर्थियों ने फर्जीवाड़ा किया, उन्हें भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है और कानूनी कार्रवाई जारी है।
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से जांची जाएगी ।
