छत्तीसगढ़ : राजनांदगांव में पुलिस भर्ती में बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद कई लोगों की गिरफ्तारी की जा रही है ,वहीं अब सीएम के निर्देश पर गृह मंत्री ने भर्ती रद्द करने का फैसला लिया है। बता दें कि राजनांदगांव जिले में चल रहे पुलिस आरक्षक भर्ती में एक गड़बड़ी का मामला सामने आया था जिसमें बीते 16 दिसंबर को पुलिस ने लालबाग थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस भर्ती घोटाला को लेकर पुलिस विभाग की कार्यशैली पर तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।
भर्ती के दौरान फिजिकल टेस्ट में ड्यूटीरत 14 पुलिसकर्मियों को सन्देह के दायरे में रखा गया था। जिनमें से आरक्षक अनिल रत्नाकर की लाश रामपुर में फांसी के फंदे से लटकी मिली। शनिवार सुबह लगभग 6 बजे पुलिस आरक्षक अनिल का शव ग्राम रामपुर के समीप एक खेत में पेड़ से झूलता पाया गया था। मृतक ने अपने हाथ में लिखा था कि पुलिस भर्ती में कर्मचारियों को फंसाया जा रहा है, जबकि अधिकारी भी संलिप्त हैं। पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगांव रेंज दीपक कुमार झा ने इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी का गठन कर मामले की सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच कर 10 दिन के भीतर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
आरक्षक के सुसाइड के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए आरक्षक भर्ती में गड़बड़ी में संलिप्त 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें चार आरक्षक हैं। पुलिस ने परिधि निषाद, योगेश कुमार धुर्वे, पवन कुमार साहू, नुतेश्वरी धुर्वे, धर्मराज मरकाम, और पुष्पा चंद्रवशी को गिरफ्तार किया है। वहीं आज बुधवार को एक महिला अभ्यर्थी भी गिरफ्तार की गई है।
गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा – पुलिस भर्ती में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी। मामले की गहन जांच के लिए एक विशेष जांच दल SIT का गठन किया गया है, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
PUBLICFIRSTNEWS.COM