मध्य प्रदेश में वन्यजीव संरक्षण को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता एक बार फिर बड़े स्तर पर दिखाई दी है। प्रदेश की स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स और वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (WCCB), नई दिल्ली की संयुक्त कार्रवाई में एक ऐसी गिरफ्तारी हुई है, जिसे वन अपराध इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धियों में गिना जा रहा है।
यह गिरफ्तारी सिक्किम से 10 साल से फरार और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क चलाने वाले एक कुख्यात वन्यजीव अपराधी की है, जिसकी तलाश कई राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों को थी।
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार अपराधी एशिया के कई देशों में फैले अवैध वन्यजीव व्यापार नेटवर्क से जुड़ा हुआ था। उस पर आरोप है कि वह
- बाघों की खाल,
- हड्डियाँ,
- दांत,
- और अन्य वन्यजीव अंगों की तस्करी
से जुड़ी कई घटनाओं में शामिल रहा है।
पिछले एक दशक से वह अलग-अलग राज्यों और सीमावर्ती क्षेत्रों में छिपता घूम रहा था। कई बार उसका लोकेशन ट्रेस हुआ, लेकिन वह पकड़ से बच निकलता था। मध्यप्रदेश सरकार ने संयुक्त टीम की इस उपलब्धि की सराहना की है और इसे वन्यजीव संरक्षण के एजेंडे को मजबूत करने वाला कदम बताया।
राज्य देश के अग्रणी टाइगर स्टेट के रूप में अपनी पहचान बनाए हुए है। ऐसे में अवैध शिकार को रोकना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है, जिस पर यह कार्रवाई एक मजबूत जवाब है।
PUBLICFIRSTNEWS.COM
