उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मुरादाबाद का दौरा किया, जो कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने पहुँचते ही जिले के शीर्ष अधिकारियों और जन-प्रतिनिधियों के साथ एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी चुनौतियों से निपटने के लिए संगठनात्मक और प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लेना था।
पाँच जिलों के प्रतिनिधियों के साथ चुनावी रणनीति पर विचार-विमर्श
सीएम योगी ने विशेष रूप से पंचायत चुनावों की तैयारियों को लेकर मंडल स्तर पर गहन मंथन किया। इस बैठक में मुरादाबाद मंडल के पाँच जिलों—मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, बिजनौर और सम्भल—के सभी सांसद, विधायक और एमएलसी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने इन सभी से चुनावी रणभूमि में उतरने के लिए एक सामूहिक और प्रभावी मास्टरप्लान तैयार करने का निर्देश दिया, ताकि पार्टी इन चुनावों में शानदार प्रदर्शन कर सके।
विकास कार्यों और प्रशासनिक कार्यशैली की गहन समीक्षा
बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री ने क्षेत्र में चल रही विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए और जनता को उनका लाभ तेजी से मिलना चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली की समीक्षा की और उन्हें कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद रहने का निर्देश दिया।
जनप्रतिनिधियों को जनता से जुड़ाव बढ़ाने का आह्वान
सीएम योगी ने सभी सांसद, विधायक और एमएलसी को जनता के बीच अपनी उपस्थिति और सक्रियता बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने जोर दिया कि जन-प्रतिनिधि अपनी भूमिका का निर्वहन पूरी ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ करें, ताकि सरकार और जनता के बीच बेहतर तालमेल बना रहे। इस दौरे का उद्देश्य सिर्फ चुनावी रणनीति बनाना नहीं, बल्कि विकास की गति को तेज करना भी था।
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