पब्लिक फर्स्ट। तेहरान ।ब्यूरो ।
HIGHLIGHT
- ग्रैंड अयातुल्ला मकरम शिराज़ी ने ट्रम्प और नेतन्याहू को “अल्लाह के दुश्मन” घोषित किया
- दोनों नेताओं को ‘मोहरेब’ यानी “भगवान के खिलाफ युद्ध करने वाला” कहा, यह फतवा अत्यंत धार्मिक और कड़े सज़ाओं का संकेत
- मुस्लिम समुदाय से अपील–इन नेताओं को पछताने पर मजबूर कर दो; समर्थन करना ‘हराम’ है
- फतवा में कहा गया–मुस्लिमों को एकजुट होकर कार्रवाई करनी चाहिए और ईश्वर के रास्ते में संघर्ष करने वालों को ‘मुजाहिद’ कहा जाएगा
- यह बयान हाल की इज़राइल‑ईरान संघर्ष और अमेरिका‑इज़राइल के हमलों के बीच आया है, जो क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा सकता है
ईरान के सुप्रीम शिया धर्मगुरु ग्रैंड अयातुल्ला नासिर मकरम शिराज़ी ने आज एक फ़तवा जारी करते हुए अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को “अल्लाह के दुश्मन” काढ़ा। इस धार्मिक निर्णय में उन्हें ‘मोहारेब’ (ईश्वर के खिलाफ़ युद्ध करने वाला) बताया गया, जो ईरानी कानून के तहत सबसे गंभीर अपराध माना जाता है और इसके लिए सज़ाएँ—मृत्यु, लिंग-छेदन, क्रूसिफ़िक्सन या निर्वासन—सम्मिलित हैं ।
अयातुल्ला शिराज़ी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि “जो भी इन नेताओं का सहयोग या समर्थन करेगा, वह हराम है” और सभी मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें इन नेताओं को पछताने पर मजबूर करना चाहिए । उन्होंने आगे कहा, “अगर कोई मुसलमान इस मार्ग में कठिनाई या क्षति सहता है, तो उसे अल्लाह की राह में लड़ने वाले (मुजाहिद) का इनाम मिलेगा” ।
यह साबरनात्मक फ़तवा उसी समय जारी हुआ जब जून 2025 में ट्रम्प के नेतृत्व में हुई अमेरिकी और इज़रायली हवाई हमलों ने ईरानी परमाणु स्थलों पर बमबारी की, जिसके जवाब में ईरान ने इज़राइल और अमेरिका के मध्य पूर्वी ठिकानों पर मिसाइल हमले जारी किए थे। इस संघर्ष को ’12‑दिवसीय युद्ध’ के नाम से जाना गया ।
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