पब्लिक फर्स्ट। पुणे । पुनीत पटेल ।
पुणे में शुक्रवार को शिवाजी महाराज की प्रतिमा से कथित तोड़फोड़ के बाद दो समुदायों के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। स्थानीय लोगों में गुस्सा उस वक्त भड़क गया जब प्रतिमा के टूटे हुए हिस्से सुबह देखने को मिले। इसके विरोध में एकत्रित लोगों ने प्रदर्शन किया और कुछ उग्र तत्वों ने नजदीकी मस्जिद पर पथराव कर दिया।
हिंसक झड़प के बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। स्थिति पर काबू पाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं और क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनात किया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तनाव उस समय और बढ़ गया जब सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलने लगीं। पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही, दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा भी दिलाया है।
पुलिस का कहना है कि घटना की जांच तेज़ी से की जा रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि धार्मिक या ऐतिहासिक प्रतीकों के साथ छेड़छाड़ और किसी भी प्रकार की हिंसा को सख्ती से रोका जाएगा।
शहर के सामाजिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए नेताओं और सामाजिक संगठनों ने भी संयम और एकता बनाए रखने की अपील की है। प्रशासन की नजर पूरे घटनाक्रम पर बनी हुई है और स्थिति धीरे-धीरे सामान्य की जा रही है।
