पब्लिक फर्स्ट। भोपाल ।पुनीत पटेल।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संबल योजना के तहत आर्थिक सहायता राशि के सिंगल क्लिक वितरण को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। उन्होंने कहा कि यह योजना असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए केवल आर्थिक मदद नहीं, बल्कि संकट के समय सहारा है।
संबल योजना की उपलब्धियां:
संबल योजना, श्रम विभाग की एक विशेष योजना है, जो असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। 2018 से अब तक लगभग 60,866 प्रकरणों में ₹7000 करोड़ से अधिक की राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में भेजी जा चुकी है। प्रदेश में 1.77 करोड़ से अधिक श्रमिक पंजीकृत हैं और यह प्रक्रिया अभी भी जारी है।
हाल ही में 7,953 हितग्राहियों के खाते में ₹175 करोड़ की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से ट्रांसफर की गई। योजना के तहत श्रमिकों को विभिन्न परिस्थितियों में मदद प्रदान की जाती है, जैसे—
- आंशिक विकलांगता पर ₹1 लाख
- स्थाई विकलांगता पर ₹2 लाख
- दुर्घटना मृत्यु पर ₹4 लाख
- सामान्य मृत्यु पर ₹2 लाख
- अंत्येष्टि पर ₹5,000
इसके अलावा, योजना से जुड़े श्रमिकों को आयुष्मान योजना के तहत ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा कवर भी दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री का वक्तव्य:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह सहायता राशि श्रमिकों के कठिन समय में उनके साथ खड़ी है। उन्होंने प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि श्रमिकों के हित में यह बड़ा कदम उनके प्रयासों से संभव हुआ है।
आगे की योजनाएं:
संबल योजना राज्य के असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए जीवन रक्षा का बड़ा साधन बन चुकी है। योजना का विस्तार और पंजीकरण प्रक्रिया तेज की जा रही है ताकि और अधिक श्रमिक इसका लाभ ले सकें।
निष्कर्ष:
संबल योजना ने मध्यप्रदेश में असंगठित श्रमिकों के लिए आर्थिक सुरक्षा का मजबूत आधार तैयार किया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार अब तक लाखों श्रमिक लाभांवित हो चुके हैं और भविष्य में योजना के विस्तार पर लगातार काम किया जा रहा है।
