पब्लिक फर्स्ट। लखनऊ। अभिषेक यादव।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 9 सितंबर 2025 को तीन दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुँचे। उनका यह दौरा धार्मिक, सामाजिक और प्रशासनिक गतिविधियों के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास योजनाओं की समीक्षा के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाबा गोरखनाथ मंदिर में पहुंचकर विधिवत पूजा-अर्चना की और प्रदेश व देश की समृद्धि की कामना की। इसके बाद उन्होंने पूर्व महंत अवैद्यनाथ की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। मंदिर परिसर में चल रही साप्ताहिक कथा में भी उन्होंने भाग लिया और धार्मिक आयोजनों को बढ़ावा देने की बात कही।
इसके पश्चात उन्होंने सिविल लाइंस स्थित गोरखपुर क्लब में चित्रगुप्त मंदिर सभा की नई कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया। समारोह में उन्होंने संगठन के कार्यों की सराहना करते हुए समाज में एकजुटता और सेवा की भावना को बढ़ावा देने का संदेश दिया।
दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने नगर के विभिन्न सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेकर लोगों से संवाद किया। स्थानीय प्रशासन ने उनके कार्यक्रम स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ की, यातायात नियंत्रण, पार्किंग और रूट डायवर्जन की व्यवस्था की। उच्च प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में कार्यक्रम सुचारू रूप से सम्पन्न हुआ।
यह यात्रा धार्मिक आस्था के साथ-साथ विकास कार्यों की समीक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण रही। सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर जैसे सांस्कृतिक व धार्मिक नगरों में परंपराओं के साथ आधुनिक विकास कार्यों को भी प्राथमिकता दी जाएगी।
निष्कर्ष:
सीएम योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर यात्रा ने धार्मिक एकता, सामाजिक सहभागिता और प्रशासनिक सक्रियता का नया उदाहरण प्रस्तुत किया। मंदिर दर्शन से लेकर शपथ ग्रहण समारोह तक उनके कार्यक्रमों ने जन-जन में उत्साह और विश्वास बढ़ाया।
