सीएम शिवराज ने जाटों को बताया साहसी जाति
पब्लिक फर्स्ट। भोपाल।
मप्र की राजधानी भोपाल में जाट (jaat ) महाकुंभ का आयोजन किया गया। महाकुंभ में देश भर के करीब एक लाख जाट (jaat ) जाति के लोग, भोपाल के दशहरा मैदान में जुटे। इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ..उन्हे बचपन से ही जाट समाज का प्यार और आशीर्वाद मिला है।
सीएम शिवराज ने जाटों को लेकर क्या कहा
मुझे घर में सहारा देने वाले जैत के विक्रम सिंह जाट थे
इमरजेंसी में, मैं जेल में बंद था छूट कर आया जनता पार्टी का काम शुरू किया, मैं राजनीतिक बात नहीं कर रहा हूं। एक घटना सुना रहा हूं।
मुझे घर से निकाल दिया कि यह फिर से जेल जाएगा। मुझे घर में सहारा देने वाले जैत के विक्रम सिंह जाट थे।
ये नारोलिया जी नारायणपुर से इनका गहरा रिश्ता है और विद्यार्थी परिषद हो या भारतीय जनता पार्टी आशीर्वाद मिला विक्रम वर्मा जी का और फिर साथ मिला कमल पटेल जी का! जाट समाज की उत्पत्ति कहते हैं भगवान शिव की जटाओं से ही हुई है।
चाहे आतताई मुगल हो, चाहे देश में आक्रमण करने वाले बाकी कोई आक्रमणकारी हों, जाट वीर योद्धाओं ने इनके दिमाग भी ठिकाने लगा दिए और पैर नहीं जमने दिया, खदेड़ खदेड़ कर मारा है।
औरंगजेब के खिलाफ संगीन विद्रोह का बिगुल बजाने में भरतपुर के शासक राजाराम जाट जी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
महाराजा सूरजमल और उनके पुत्र जवाहर सिंह उनके शौर्य और पराक्रम का कोई स्थान नहीं है।
राजा नाहर सिंह, हीरासिंह नावा, भूपेंद्र सिंह, रघुनाथ सिंह, राजा महेंद्र प्रताप सिंह कई जाट शासक ऐसे रहे हैं जिन्होंने इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
जाट समुदाय से ही आने वाले स्वामी केशवानंद जी का स्वतंत्रता संग्राम और समाज सुधार में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
लेकिन अगर हम जाटों के बारे में सोचते हैं तो साहसी, स्पष्टवादी, वीर बहादुर, बलशाली, निर्भीक, मेहनती, जब जरूरत पड़े तो अन्न के भंडार भर दे और सीमाओं पर अगर कोई शत्रु है तो बंदूक उठाकर सबसे पहले उसकी छाती छलनी कर दे। publicfirstnews.com