भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले टेस्ट में टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की. भारतीय गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने इस मैच को — रन आसानी से जीत लिया. भारतीय टीम इस जीत के साथ सीरीज में 1-0 से आगे हो गई है. रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में जसप्रीत बुमराह ने पहले टेस्ट में कप्तानी की. मैच के बाद बुमराह ने कहा है कि मैंने सभी प्लेयर्स से यही कहा कि वह अपनी क्षमता पर विश्वास रखें.

जसप्रीत बुमराह ने जीत के बाद कहा,” मैं बहुत खुश हूं. पहली पारी में हम पर दबाव बनाया गया लेकिन जिस तरह से हमने जवाब दिया वह कमाल का था. मैंने 2018 में यहां पर खेला था. हम अच्छे से अच्छी तरह से तैयार थे. मैंने सभी प्लेयर्स से कहा कि अपनी क्षमता पर विश्वास रखें. जायसवाल की अब तक की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारी थी. उसने गेंद को अच्छी तरह से छोड़ा, मैंने विराट को फॉर्म से बाहर नहीं देखा है. मुश्किल पिचों पर इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. लेकिन नेट्स में वह अच्छी बैटिंग कर रहे थे. जब फैंस हमें सपोर्ट करते है तो हमें अच्छा लगता है.”

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट 6 दिसंबर से एडिलेड में खेला जाएगा. इस मैच में रोहित शर्मा कप्तानी करते हुए नजर आएंगे. क्योंकि वह अपनी छुट्टियों से वापस आ चुके हैं और टीम के साथ जुड़ गए हैं. हालांकि, बुमराह की कप्तानी में भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा. उन्होंने अपनी गेंदबाजी से भी कोहराम मचाया. दूसरे टेस्ट मैच में प्लेइंग XI में बदलाव होने की पूरी संभावना है. रोहित शर्मा के आने से केएल राहुल की बैटिंग पोजिशन में बदलाव हो सकता है.

जसप्रीत बुमराह की अगुवाई वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पर्थ टेस्ट में हराकर ना सिर्फ 5 मैच की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 1-0 की बढ़त बनाई है, बल्कि इस जीत के साथ भारत ने इतिहास भी रचा है। टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में हराने वाली दुनिया की पहली टीम बनी है। जी हां, मेजबानों ने इससे पहले यहां चार मुकाबले खेले थे और सभी मैच बड़े अंतर से जीते थे। ऑस्ट्रेलिया ने सबसे पहले इस मैदान पर भारत को ही 2018 में 146 रनों से धूल चटाई थी। हालांकि अब भारत ने इस हार का भी हिसाब चुकता कर दिया है।

बुमराह ने रच दिया इतिहास


इस जीत के साथ ही जसप्रीत बुमराह ने वो कमाल कर दिखाया, जो भारतीय क्रिकेट में पहले कम ही देखने को मिला है. बुमराह उन भारतीय कप्तानों में शामिल हो गए, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपनी कप्तानी में पहला ही टेस्ट मैच जीत लिया. पिछले दौरे पर अजिंक्य रहाणे ने भी ये कमाल किया था. संयोग से बुमराह और रहाणे ने नियमित कप्तानों की गैरहाजिरी में ही कमान संभालते हुए ये इतिहास रचा. वहीं भारत के महानतम कप्तानों में शुमार विराट कोहली, एमएस धोनी, अनिल कुंबले जैसे दिग्गजों को भी ये उपलब्धि हासिल नहीं हो पाई.

खुद बने जीत के स्टार


कप्तानी में जीत दर्ज करना एक बात है लेकिन उस जीत का नायक होना दूसरी बात है. बुमराह दोनों ही मामलों में अव्वल साबित हुए. न सिर्फ उनकी कप्तानी शानदार थी, बल्कि उन्होंने खुद इस मुकाबले को टीम इंडिया के पक्ष में मोड़ने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई. पहली पारी में 150 रन पर ढेर होने के बाद ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 104 रन पर समेटने में बुमराह ही सबसे बड़ी वजह बने थे. बुमराह ने स्टीव स्मिथ, उस्मान ख्वाजा जैसे बल्लेबाजों को आउट करते हुए 5 विकेट हासिल कर लिए. फिर दूसरी पारी में भी ऑस्ट्रेलिया के टॉप ऑर्डर को तबाह करते हुए पूरे मैच में 8 विकेट लिए और प्लेयर ऑफ द मैच भी बने.

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