• गुरु के वक्र गति से मार्गी होते ही ठंडी छूमंतर हो जाएगी
• इस सप्ताह मौसम में होगा परिवर्तन, बन रहे हैं बूंदा-बांदी के योग
• गुरु के मार्गी होने से बढ़ेगा धार्मिक उन्माद
• 4 फरवरी को देवगुरु बृहस्पति अपनी चाल में परिवर्तन करने जा रहे हैं। वृष राशि में वक्री चल रहे गुरु मार्गी गति प्राप्त करेंगे। गुरु की सीधी चाल होने से देश-दुनिया में धार्मिक उनमाद बढ़ेगा।
• ज्योतिष मठ संस्थान के संचालक ज्योतिषाचार्य पं. विनोद गौतम ने बताया कि धर्म-कर्म एवं धार्मिक क्षेत्रों में विशेष प्रभाव देखने को मिलेगा। चूंकि गुरु अपनी शत्रु राशि वृष में भ्रमणरत हैं अत: धार्मिक क्षेत्रों में विशेष सावधानी की जरूरत है। वृष राशि में गुरु 28 वर्ष बाद भ्रमणरत हैं। एवं मार्गी-वक्री स्थिति में चल रहे हैं। गुरु के मार्गी होते ही 2 दिन पूर्व मौसम में परिवर्तन देखने को मिलेगा।
• धुंध, बादल-चाल के साथ कई स्थानों पर बूंदा-बांदी के योग बनेंगे। साथ ही फसलों में कीट-प्रकोट का प्रभाव भी हो सकता है। गुरु के वक्र गति से मार्गी होते ही ठंडी छूमंतर हो जाएगी।
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