पब्लिक फर्स्ट। राजौरी। जहांगीर मालिक।
विश्व क्षय रोग (टीबी) दिवस के अवसर पर, राजौरी के टीबी अस्पताल में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. सज्जाद अहमद मिर्जा और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. एम.एल. राणा ने की। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य टीबी की मुफ्त जांच और इसके रोकथाम के प्रति लोगों को जागरूक करना था।
कार्यक्रम की मुख्य बातें:
- मुफ्त जांच की सुविधा: अस्पताल में उपस्थित लोगों को टीबी की मुफ्त जांच की सुविधा प्रदान की गई, जिससे अधिक से अधिक लोग इस सेवा का लाभ उठा सकें।
- जागरूकता सत्र: डॉ. मिर्जा और डॉ. राणा ने टीबी के लक्षण, बचाव और उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जो उचित उपचार से पूरी तरह ठीक हो सकती है।
- सामुदायिक सहभागिता: स्थानीय समुदाय के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि लोग टीबी के प्रति जागरूक हो रहे हैं और इसके उन्मूलन में सहयोग देने के लिए तत्पर हैं।
टीबी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी:
टीबी एक संक्रामक रोग है, जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। यह मुख्यतः फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। टीबी के सामान्य लक्षणों में लगातार खांसी, वजन कम होना, बुखार और रात को पसीना आना शामिल हैं।
सरकारी प्रयास और लक्ष्य:
भारत सरकार ने वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम, मुफ्त जांच और उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
राजौरी में आयोजित यह कार्यक्रम टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसके उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सभी नागरिकों से अपील की जाती है कि वे टीबी के लक्षणों को गंभीरता से लें और समय पर जांच एवं उपचार कराएं।