पब्लिक फर्स्ट । भोपाल। माया प्रजापति ।

  • मुख्यमंत्री के प्रमुख निर्देश

मप्र मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि
“सभी नगरों में सीवरेज प्रोजेक्ट्स जल्द से जल्द पूरा करें।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि सॉलिड वेस्ट के साथ ही लिक्विड वेस्ट के समुचित निदान पर भी विशेष ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है।

शहरी नियोजन और विकास के लिए आवश्यक कदम
• शहरी नियोजकों का चयन:
भोपाल एवं इंदौर की भावी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अच्छे शहर नियोजकों को अर्बन कंपनी से जोड़ें।
“अर्बन डेवलपमेंट कंपनी की बैठक कंपनी लॉ के मुताबिक नियमित रूप से कराई जाएं।”
• विशेषज्ञों की सेवाएं:
नगर नियोजन में सड़क, परिवहन एवं सीवरेज ट्रीटमेंट के विशेषज्ञों की सेवाएं लेने पर जोर दिया गया है।
“काम समय पर पूरे हों, एक्शन प्लान बनाकर कार्यों को अंजाम दें।”
• निर्माण कार्यों की प्रगति:
प्रदेश में नर्मदा नदी के आसपास करीब 12 सीवरेज निर्माण कार्य जारी हैं, जिनमें से 10 कार्य पूरे हो चुके हैं।
“वर्ष 2024-25 में 76 निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं, वर्तमान में 86 निर्माण कार्य तेजी से जारी हैं।”

नदियों का संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण
• नदी संरक्षण पर जोर:
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि शहरों के वेस्ट से नदियों का निस्तारण न होने पाए ताकि हमारी नदियां प्रदूषित न हों।
“नदियां हमें जीवन देती हैं और उन्हें अविरल प्रवाहमान बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है।”
• उज्जैन में अतिरिक्त कदम:
उज्जैन में क्ष्‍िाप्रा नदी में किसी भी सूरत में प्रदूषण न होने के लिए सीवरेज प्रबंधन के समुचित उपाय किए जाएं।

भविष्य की योजनाएँ एवं ऋण सुविधाएं
• मेट्रोपॉलिटन सिटी का सपना:
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल और इंदौर जल्द ही मेट्रोपॉलिटन सिटी बनने की दिशा में तेजी से प्रगति कर रहे हैं।
• आर्थिक निवेश:
वर्तमान में अर्बन नियोजन के लिए करीब 8000 करोड़ रुपए का दीर्घकालिक ऋण लेकर कार्य किया जा रहा है।

publicfirstnews.com

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